( दल्ली राजहरा)- जनमुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ द्वारा 28 जुलाई को अपना 17 स्थापना दिवस दल्ली राजहरा के कृषि कार्यालय में मनाया जा रहा है।28 जुलाई सन 2004 को दल्ली राजहरा के वार्ड क्रमांक 15 में स्थित जनमुक्ति मोर्चा कृषि कार्यालय में छत्तीसगढ़ से आए हुए मजदूर किसानों विद्यार्थियों युवाओं महिलाओं की उपस्थिति में आयोजित एक महासम्मेलन में जनमुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ की स्थापना की गई थी उस महासम्मेलन में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद जननायक शहीद वीर नारायण सिंह साम्यवादी सिद्धांतों पर मेहनतकश वर्ग के नेतृत्व में समाजवादी भारत निर्माण के स्वप्नदृष्टा शहीद-ए-आजम भगत सिंह और सुंदर और शोषण मुक्त छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नदृष्टा सहित कामरेड शंकर गुहा नियोगी को अपना आदर्श मानकर और उनके महान कुर्बानियों की शपथ लेकर उनके सिद्धांतों विचारों को आत्मसात कर उनके सपनों को पूरा करने जनमुक्ति मोर्चा की स्थापना की गई थी मजदूरों किसानों के एक एकता के प्रतीक लाल हरा झंडा का ध्वजारोहण पश्चात आम जनता वंचित समाज व मेहनतकश वर्ग के प्राकृतिक नागरिक व संवैधानिक अधिकारों की रक्षा वह अमल करवाने के लिए जारी जन संघर्षों में अपने प्राण न्योछावर करने वाले और शहीदों क्यों इंकलाबी लाल सलामी देते हुए 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि देने पश्चात आरंभ होगा उसके पश्चात केंद्रीय कमेटी द्वारा जनमुक्ति मोर्चा के द्वारा मेहनतकश जनता के हित की रक्षा हेतु किए गए अब तक के संघर्ष व निर्माण के कार्य को रखा जाएगा तत्पश्चात केंद्र सरकार द्वारा कारपोरेट घरानों के हाथों में कृषि को सौंपने के उद्देश्य से लाए गए कॉर्पोरेट परस्त किसान विरोधी जन विरोधी कृषि कानून पर चर्चा व इस कृषि कानून को रद्द करने का प्रस्ताव पारित कर इस काले कानून के विरोध में देशभर के किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में सहभागिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए छत्तीसगढ़ में भी क्रमबद्ध आंदोलन आरंभ करने की रूपरेखा को रखा जाएगा स्थापना दिवस पर ग्राम इकाई तहसील इकाई और जिला इकाई के प्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने इकाइयों की अब तक की गतिविधियों को रखा जाएगा तत्पश्चात केंद्रीय कमेटी के द्वारा केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अपने कॉरपोरेट मालिकों के हित की रक्षा के लिए लाए गए मजदूर विरोधी श्रम संहिता पर विस्तार से विचार रखते हुए इसके खतरनाक प्रावधानों से मजदूरों को अवगत कराकर व सामूहिक चर्चा द्वारा निर्णय लेकर मजदूरों को मालिकों का गुलाम बनाने वाले इस श्रम संहिता को रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा वह मेहनतकश जनता के संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ने वाले सामाजिक राजनीतिक मानव अधिकार कार्यकर्ताओं वकीलों पत्रकारों कवि प्रोफेसरों सांस्कति कर्मियों को केन्द्र सरकार के दमनात्मक कार्यवाहीयों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव तथा उनकी रिहाई की मांग प्रस्तुत की जाएगी वह जनता के लिए उठने वाली आवाज का दमन करने लाए गए यूएपीए राजद्रोह जैसे औपनिवेशिक कानून व जन सुरक्षा अधिनियम जैसे काले कानून को रद्द करने प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
इसी के साथ छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आदिवासियों के दमन व किसानों को सरकारी सोसायटीओं से खाद प्रदान करने में असफलता शराबबंदी के वादा पर जनता को ठगने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने में असफलता के खिलाफ वह फर्जी मामले दर्ज कर जेलों में वर्षो से बंद रखे गए बेगुनाहों भोले-भाले आदिवासियों की रिहाई की मांग वह इसके लिए जुझारू आंदोलन आरंभ करने पर प्रस्ताव पारित किया जाएगा कार्यक्रम के अंत में केंद्रीय कमेटी द्वारा आभार व्यक्त करते हुए स्थापना दिवस कार्यक्रम के समापन की घोषणा के साथ वीर शहीदों को इंकलाबी लाल सलामी देते हुए कार्यक्रम का विधिवत समापन किया जाएगा केंद्रीय कमेटी जनमुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ अपने 17 वें स्थापना दिवस के अवसर पर क्षेत्र के मजदूरों किसानों विद्यार्थियों युवा बेरोजगारों महिलाओं बुद्धिजीवियों सांस्कृतिक कर्मियों कवि, पत्रकारों, व्यापारी बंधुओं व शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद भगत सिंह व शहीद कॉमरेड शंकर गुहा नियोगी जी के विचारों को मानने वाले तमाम वैचारिक मित्रों को 17 वें स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित करती है वह स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सह सम्मान आमंत्रित करती है।