बालोद- बालोद नगर पालिका के वार्ड 9 कुर्मिपारा में रहने वाले राजेन्द्र यदु अपनी भतीजी का वैदेही कालेज बेंगलुरु में एमबीबीएस में एडमिशन कराने और हॉस्टल फीस के नाम पर शातिर ने 30 लाख रुपए हड़प लिए। इस संबंध में बालोद पुलिस ने राजेन्द्र यदु की शिकायत पर आरोपी ऋषभ व राहुल के खिलाफ 420,34 धोखाधड़ी और विश्वासघात करने का केस दर्ज किया है। राजेन्द्र यदु ने पुलिस को बताया कि भतीजी जो कि नीट इक्जाम क्वालीफायर (268 नंबर) के साथ किया है, एमबीबीएस वैदेही कलेज बेंगलुरु में एडमिशन हेतु काउंसलिंग के अंतर्गत जून 2019 में राजीव का मोबाइल नंबर *****566 से फोन आया था। राजीव के द्वारा ऋषभ का मोबाइल नंबर*****566 से बात कराई गई। ऋषभ के द्वारा भतीजी के कर्नाटक राज्य का रजिस्ट्रेशन, सभी प्रमाण पत्र का सत्यापन एवं एडमिशन प्रक्रिया व जानकारी के लिए हमें अहमदाबाद बुलाया गया। 26 जुलाई 2019 को ऋषभ के द्वारा अहमदाबाद स्थित बी-912 मंडल स्केयर प्रहलाद नगर ऑफिस में बुलाया गया।
एडमिशन में प्रारंभिक शुल्क के नाम पर लिए 10 लाख रुपये
राजेन्द्र यदु ने बताया कि प्रारंभिक शुल्क के लिए 10 लाख रुपये का चेक 02 अगस्त 2019 को कीफाईन्डर ओ.पी.सी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से दुर्गेश यादव के द्वारा दिया गया। अहमदाबाद से लौटने के बाद ऋषभ द्वारा फोन से आप की भतीजी का एडमिशन वैदेही कलेज में होने की जानकारी दिया गया और शेष राशि 20 लाख रुपये 18 अगस्त 2019 तक अनिवार्य रूप से वैदेही कलेज बेंगलुरु में जमा करने को कहा गया। ऋषभ द्वारा उक्त राशि के जमा होने के पश्चात छात्र का हस्टल, यूनिफर्म, लाइब्रेरी सहित अन्य जानकारी देने की बाते कही गई थी। जिस पर हम लोगो ने ऋषभ को फोन लगाकर शासकीय अवकाश होने से पैसा लेकर बैंगलुरु आने में असमर्थता जाहिर किए थे।
ठग राहुल को दिए नगद 20 लाख रुपये
राजेन्द्र यदु ने बताया कि ऋषभ अपने आदमी राहुल को बालोंद भेजने की जानकारी फोन से देते हुए और 20 लाख रुपये देने की बाते कही गई। पैसा देने पर वैदेही कलेज जमा कर दूंगा जिससे अभ्यर्थी का एडमिशन रद्द नही होगा। 18 अगस्त 2019 को एमबीबीएस एडमिशन की अंतिम तारीख थी। 16 अगस्त 2019 को राहुल बालोद आया था। जिसे एस.बी.आई. बालोद से 20 लाख रुपये निकालकर तेजेंद्र यादव द्वारा राजेंद्र यदु, विनोदनी यादव, दुर्गेश नंदिनी यादव के समक्ष जवाहर नवोदय विद्यालय बालोद की प्राचार्य कक्ष में राहुल को दिया गया।
20 लाख रुपये का रशीद मांगने पर वाट्सएप में भेजने की बाते कही
राजेन्द्र यदु ने बताया कि 20 लाख रुपये का रसीद मांगने पर राहुल ने ऋषभ के द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से देने की बात कही गई थी । जिस पर हम लोगो के द्वारा 17 अगस्त 2019 को ऋषभ से फोन से अभी तक रसीद नहीं भेजने और बेंगलुरु में कहां पर संपर्क होगा इस बात हुई थी। उनके द्वारा व्हाट्सएप में पता एवं रसीद भेज भेजने की बाते कही गई। जिसके बाद हम लोगो ने लगातार 17 व 18 अगस्त 2019 को लगातार आठ बार काल किए लेकिन उनका मोबाइल बंद बताया गया जिसके बाद हम लोगो को शक हुआ और ठगी का शिकार हो गए।
प्रार्थी ने ठग के खिलाफ अहमदाबाद थाने दर्ज कराई रिपोर्ट दर्ज
राजेन्द्र यदु ने बताया कि 21 अगस्त 2019 को अहमदाबाद गए थे। जहाँ पर मंडल स्केयर बी- 912 में अहमदाबाद के ऑफिस में ताला बंद था आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि 2 से 3 दिन से यह ऑफिस बंद कर अचानक गायब हो गए।जिस पर हम लोगो ने 21 अगस्त 2019 को अहमदाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज किया था। अहमदाबाद से हम लोगो द्वारा बेंगलुरु वैदेही कलेज में पता करने पर भतीजी का कोई भी एडमिशन नहीं हुआ है। बालोद से भतीजी को लेकर उसकी मां दुर्गेश नंदनी यादव भी बेंगलुरु गई थी। बालोद वापस आने के पश्चात ऋषभ के द्वारा दी गई चेक को 21 अगस्त 2019 को एस.बी.आई. बालोद के बैंक में लगाया गया। जिससे रिटर्न में वह रिपोर्ट आया। 88-अकाउंट ब्लक्ड बताया। अहमदाबाद थाने से हमें फोन किया गया कि बेंगलुरु क्राइम ब्रांच के द्वारा (बेंगलुरु पुलिस) ने 11 मेंबर को एम.बी.बी.एस. एवं डेंटल फेक एडमिशन में गिरफ्तार करने की जानकारी देने पर और लिंक के द्वारा फोटोग्राफ्स में दाए से सफेद पेंट वाला ऋषभ एवं नीचे ब्लू शर्ट एवं सफेद पेंट राहुल है को पहचान पाए थे। ऋषभ के द्वारा चेक से दस लाख एवं राहुल द्वारा बीस लाख हमारे द्वारा दिया गया। 10 अक्टूबर 2019 को अहमदाबाद बुलाए जाने पर वहां हम लोगो का बयान लिया गया किन्तु अहमदाबाद पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नही होने के कारण बुधवार को थाना बालोद में रिपोर्ट दर्ज किया गया है।