*कांग्रेस सरकार के ढाई साल का कार्यकाल पूरा होने पर विधायक निवास का घेराव करने पहुंचे भाजयुमो पदाधिकारियों का दावा आज उल्टा पड़ गया। संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन एवं विधायक गुंडरदेही कुंवर सिंह निषाद जी का निवास घेरने आए भाजयुमो कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक लिया था। इस दौरान नारेबाजी कर रहे भाजयुमो कार्यकर्ताओं के बीच खुद विधायक श्री कुंवर सिंह निषाद जी पहुंचे।*
विधायक ने भाजयुमो नेताओं को भूपेश सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ ही सीधा सवाल किया कि केंद्र की मोदी सरकार के 7 साल के कार्यकाल की क्या उपलब्धियां रही। विधायक जी ने कहा कि भूपेश सरकार के ढाई वर्ष आम जनता के नाम रहें है। जन घोषणा पत्र में जनता से किए गए 36 वादों में से 25 वादें महज ढाई वर्षो में पूरा कर दिए गए हैं। शपथ ग्रहण के 3 घंटे के भीतर किसानों की कर्ज माफी, पूरे प्रदेश में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से सर्वाधिक समर्थन मूल्य, बिजली बिल हाफ, आदिवासियों की जमीन वापसी, भू अधिकार वन अधिकार पट्टा, 1385 व्याख्याताओं के पदों पर भर्ती, 15,000 से अधिक स्कूल शिक्षकों की भर्ती, गौधन न्याय योजना, कोरोना का सफलतापूर्वक नियंत्रण, महतारी दुलार योजना और अनुकंपा नियुक्ति के नियमों को शिथिल करने जैसे काम कांग्रेस की सरकार ने किए हैं।
शराबबंदी के वादे पर जवाब देते हुए माननीय विधायक जी ने कहा कि सरकार द्वारा सर्वदलीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता भी शामिल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार से छत्तीसगढ़ की जनता, गांव, गरीब, किसान, मजदूर, मध्यवर्ग, उद्योग जगत पूरी तरह संतुष्ट है। लेकिन केंद्र सरकार ने 7 साल में देश को 50 साल पीछे धकेल दिया है। नोटबंदी, बिना तैयारी किए जीएसटी लागू करने से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है। महामारी नियंत्रण और वैक्सीनेशन में भी केंद्र सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है।
विधायक ने कहा कि पेट्रोल-डीजल, घरेलू गैस और खाद्य तेल के बढ़ते दामों ने मध्यम वर्ग के घर का बजट बिगाड़ दिया है। दो करोड़ रोजगार और खातों में 15 लाख आना तो दूर, देश की अर्थव्यवस्था इतिहास में अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा है कि केंद्र को प्रदेश की भूपेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से सीख लेनी चाहिए।