बालोद – बालोद जिले के देवरीबंगला में छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा सुपर कंप्यूटर एजुकेशन,जैन भवन देवरी बंगला में आज 18 दिवसीय स्किल एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम (SEDP) का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद की संयुक्त पहल के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विवेक वैष्णव अध्यक्ष जनभागीदारी खेरथा कॉलेज ने अपने संबोधन में कहा,”उद्यमिता ही देश की आर्थिक समृद्धि की कुंजी है। इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को न केवल स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें नवाचार और आर्थिक स्वतंत्रता का अवसर भी प्रदान करते हैं। संस्थान इस प्रकार की पहलों का सदैव समर्थन करता रहेगा।”
EDII के राहुल तिवारी प्रोजेक्ट ऑफिसर भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान ने कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा,
“आज का दौर स्टार्टअप और नवाचार का है। उद्यमिता विकास के लिए सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण आवश्यक है, और हमारा प्रयास है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं, जिससे वे सफल उद्यमी बन सकें।” कार्यक्रम की समन्वयक डोमेंद्र वर्मा ने कहा,”छत्तीसगढ़ में युवाओं और महिलाओं के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक प्रतिभागी इस प्रशिक्षण का लाभ उठाकर अपने स्वयं के व्यवसाय शुरू करें और स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान दें।”
प्रशिक्षक एवं मेंटोर भरत देवांगन ने अपने वक्तव्य में कहा,
“सफल उद्यमी बनने के लिए सही प्रशिक्षण और सतत प्रयास की आवश्यकता होती है। इस कार्यक्रम में हम न केवल व्यावसायिक अवधारणाओं को समझाएंगे, बल्कि प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान करेंगे, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।”
कार्यक्रम में लगभग 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिन्हें व्यवसाय योजना निर्माण, वित्तीय प्रबंधन, मार्केटिंग, डिजिटल टूल्स, सरकारी योजनाओं एवं विभिन्न व्यावसायिक अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा किया जा रहा है, जो राज्य में नवोद्यमिता और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयासरत है। इस अवसर पर डोमेंद्र मंडावी सरपंच देवरी बंगला,डॉ.महेश यादव, जितेंद्र चौबे, योगेश्वर निषाद, सीना वैष्णव उपस्तिथ थे.