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बालोद। प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार से स्थानीय नया बस स्टैंड स्थित टैक्सी स्टैंड में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। यह हड़ताल मितानिनें, मितानिन प्रशिक्षक, ब्लॉक समन्वयक, स्वस्थ पंचायत समन्वयक, एरिया कोऑर्डिनेटर एवं मितानिन हेल्प डेस्क फेसिलिटेटर के संविलियन को लेकर की जा रही है। इससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई है। वर्तमान में जिले में 2473 एवं प्रदेश में 72 हजार मितानिन एवं संबंधित कार्यकर्ता कार्यरत है। काम बंद कलम बंद हड़ताल के कारण प्रदेश में टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, टीबी, कुष्ठ, गर्भवती एवं नवजात की देखभाल, स्वास्थ्य सर्वे जैसे कार्य प्रभावित हो रहे हैं। प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ की जिला अध्यक्ष महेश्वरी साहू ने कहां की प्रदेश सरकार अपने एक वर्ष की उपलब्धियां गिना रही है मगर 2023 विधानसभा चुनाव घोषणा पत्र में मितानिन के लिए घोषणा किए जाने के बावजूद मितानिनों की मांग पर शासन द्वारा गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किया जा रहा है। जिससे विवश होकर मितानिन संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी बताया की मांग पूर्ण नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
मितानिन कार्यकर्ताओं की मांग
प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ ने मांग की है कि स्वास्थ्य मितानिन कार्यक्रम को एनजीओ राज्य स्वास्थ्य संसाधन केंद्र से पृथक कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संलग्न किया जाए। संघ का कहना है कि एनजीओ ने मितानिन एवं उनके कार्यकर्ताओं को मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया है तथा कई प्रकार की आर्थिक अनियमिताएं की गई है। मितानिन कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से संलग्न करने का आदेश जब तक नहीं आ जाता तब तक अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रहेगा। संघ के कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि मितानिन की प्रोत्साहन राशि तथा अन्य कार्यकर्ताओं की क्षतिपूर्ति राशि दोगुनी की जाए।उक्त धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष महेश्वरी साहू, सरिता निषाद,पद्मिनी अंगारे, तामेश्वरी साहू, लिलेश्वरी साहू,छबीना साहू,माधुरी साहू सहित बड़ी संख्या में महिलाए शामिल रही