बालोद – छग शासन के नीतियों के खिलाफ और अपनी विभिन्न मांगो को लेकर बालोद जिले के राइस मिलरो ने एकदिवसीय धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगो को लेकर छग सहकारी विपणन संघ के एमडी के नाम डीएमओ और अपर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप आगे अनिश्चित कालीन आंदोलन की चेतावनी दिए है।
पूरे मामले को लेकर जिले के राइस मिलरो कि माने तो पिछले माह भी अपनी समस्यायों को लेकर स्थानीय डीएमओ के पास अपनी समस्या रख चुके है.वही प्रदेश स्तर पर भी राइस मिलर और शासन के बीच बैठक हो चुकी है.लेकिन बैंठक के बाद उनके मांगो को लेकर आज तक सरकार का कोई जवाब नही आने के बाद आज एकदिवसीय आंदोलन किया गया.वही मिलरो ने बताया कि उनकी मुख्य मांगे पिछले 3 वर्षो से कस्टम मिलिंग की राशि जारी नही की गई है.तथा पूर्व में शासन द्वारा उन्हें कस्टम मिलिंग के लिए दी जाने वाली राशि 120 रुपए को घटाकर 60 रुपए कर दिया गया.यही नहीं अब शासन द्वारा धान उठाव तथा चावल जमा पर मिलरो पर जुर्माना लगाए जाने के विरोध सहित बारदाना बिल में त्रुटि होने के कारण विगत ३ वर्षों से बारदाना जमा का भुगतान/यूजर चार्ज नहीं दिया गया.जिसके चलते मिलरो को अब अपने मिलो के संचालन में भी कई तरह की दिक्कतें आ रही है.वही इस आंदोलन के माध्यम से राइस मिलरो ने सरकार को दो टूक शब्दों में यह कहते नजर आए.मिलरो द्वारा राइस मिलरों के धान उठाव नही करने से केंद्रों में धान भी जाम है.साथ ही अब पूरे प्रदेश में कस्टम मिलिंग का काम पूरी ठप पड़ा हुआ है.जिसके बाद मिलरों ने साफ कहा है कि सरकार उनकी बाते नही मानी तो आने वाले दिनों कस्टम मिलिंग सहित धान खरीदी से जुड़े कई कार्य पूरी तरह प्रभावित होगा