बालोद।बालोद में स्वच्छता दीदी महिला पुरुष महासंघ के बैनर तले दो दिवसीय धरना प्रदर्शन कर अंतिम दिन सोमवार को धरना स्थल से रैली निकालकर तहसील कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। जिले के स्वच्छता दीदियों ने रविवार की रात को कड़ाके की ठंड होने के बाद भी पंडाल में रहकर धरना प्रदर्शन किया।वही स्वच्छता दीदियों ने धरना स्थल में भोजन बनाकर भोजन ग्रहण किए।
हड़ताल के कारण घर-घर से कचरा कलेक्शन का काम ठप पड़ा हुआ है। आंदोलनकारी स्वच्छता दीदियों ने अपनी तीन प्रमुख मांगें रखी है जिसमें कलेक्टर दर पर मानदेय, सभी कर्मचारियों के पीएफ की कटौती, साप्ताहिक अवकाश (रविवार को अवकाश), निर्धारित 8 घंटे का कार्य समय शामिल है। स्वच्छता दीदियों का आरोप है कि उनके द्वारा इन मांगों को लेकर कई बार आवेदन दिए गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।स्वच्छता दीदी महासंघ, जिला अध्यक्ष कामेश्वरी तिवारी ने जानकारी दी कि हम स्वच्छता कर्मचारी 2017 से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का कार्य कर रहे हैं। कोरोना काल में जब सभी विभागों के अधिकारी अपने घरों में थे, तब भी हम अपने परिवार की चिंता किए बिना इस काम को जारी रखे हुए थे। हालांकि, हमें महज 7200 रुपए मानदेय मिलता है, जिससे परिवार का पालन-पोषण करना कठिन हो रहा है। इस दौरान जिलाध्यक्ष कामेश्वरी तिवारी,उपाध्यक्ष ऊषा चौहान,सचिव निर्मला पटेल,सह सचिव बीशा बाई,बिंदु देवांगन, मानकी साहू,पेमिन बाई सहित जिले के स्वच्छता दीदी शामिल रहे।