बालोद।बालोद जिले के डौंडीलोहारा ब्लाक अंतर्गत गिधवा गांव के सैकड़ों ग्रामीण बालोद कलेक्ट्रेट पहुंचे।जहां पर ग्रामीणों ने गांव से हटाए गए कोटवार की जगह नई कोटवार की नियुक्ति तथा पुराने कोटवार को शासन द्वारा दी गई जमीन को वापस लेने की मांग करते दिखे।वही ग्रामीणों ने इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन पर मामले को दबाने और ग्रामीणों को परेशान करने का आरोप लगाया है।वही इस दौरान ग्रामीण महिलाओं ने मामले में राज्स्व विभाग के अधिकारी पर भी कई आरोप मढ दिए।इस पूरे मामले को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीणों कि माने तो ग्राम गिधवा के पूर्व कोटवार के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा पिछले 5 वर्षो से अधिक समय से लड़ाई लड़ रहे है।ग्रामीणों के इस लड़ाई के बाद प्रशासन द्वारा कोटवार को निलंबित तो कर दिए लेकिन शासन द्वारा दिए गए सेवा भूमि वापस नही लिया गया तथा नए कोटवार की नियुक्ति नहीं की गई।इसी बीच मामला हाईकोर्ट में जाने के बाद एसडीएम द्वारा मामले को लेकर फिर से ग्रामीणों को नोटिस जारी कर दिया।जिससे ग्रामीण मामले को लेकर बालोद कलेक्ट्रेट पहुंचे और मामले में सबंधित अधिकारी पर कोटवार के साथ सांठगांठ कर ग्रामीणों को परेशान करने का आरोप लगाते दिखे।
मामले को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी इतनी थी की कलेक्ट्रेट के बाहर ग्रामीणों से मुलाकात करने पहुंचे एसडीएम को ही खरी खोटी सुनाने लग गए।हालांकि इस दौरान एसडीएम द्वारा ग्रामीणों को समझाने का भी प्रयास किया गया और मामले में उनके द्वारा पूरी निस्पक्ष तरीके से जांच कर कार्यवाही करने को लेकर ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया।लेकिन पूरे मामले में ग्रामीण अब जिला प्रशासन।से शिकायत कर मामले में न्याय की उम्मीद लगा रहे है।ग्रामीण धीरज कुमार व तामेश्वर साहू ने बताया कि ग्रामवासी गिधवा के द्वारा ग्राम कोटवार टेकराम देवांगन को कोटवार के पद से मुक्त किये जाने की मांग को लेकर आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था। उक्त आवेदन पर सुनवाई करते हुए तहसीलदार मार्री बंगला देवरी के द्वारा 21अगस्त 2024 पारित करते हुए कोटवार टेकराम देवांगन को कोटवार पद से पदमुक्त किये जाने का आदेश पारित किया गया है। कोटवार टेकराम देवांगन को शासन से कोटवारी सेवा भूमि प्राप्त हुआ था जिस पर कोटवार टेकराम देवांगन के द्वारा काश्तकारी करते चले आ रहा था। किन्तु तहसीलदार मारी बंगला देवरी के द्वारा अपने आदेश 21 अगस्त 2024 को कोटवार पद से पदमुक्त किया जा चुका है इसलिए कोटवार टेकराम देवांगन को प्राप्त कोटवारी सेवा भूमि से बेदखल करते हुए उक्त भूमि को शासन अपने कब्जे में रखे जाने आवेदन दिया गया था।ग्रामीणों ने पूर्व कोटवार टेकराम देवांगन को शासन से प्राप्त कोटवारी सेवा भूमि से बेदखल कर नया कोटवार की नियुक्ति करने की मांग शासन प्रशासन से किया है। इस दौरान बड़ी सख्या में ग्रामीण शामिल रहे।