बालोद जिले के डौंडी ब्लाक अंतर्गत लाल पानी से प्रभावित गांव घोबेदण्ड के सैकड़ो युवा और ग्रामीण बालोद कलेक्ट्रेट पहुंचे…जहां पर युवाओं भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा दल्लीराजहरा के माइंस में एक निजी कंपनी द्वारा स्थापित पेलेटाइजिंग प्लांट में स्थाई काम की मांग किए…..इस दौरान ग्रामीण और युवाओ ने कहा कि खोले गए पैलेट प्लांट में उन्हें ट्रेनिग गेट पास दिया जाए और आसपास के युवाओं और ग्रामीणों को स्थाई काम दिलाने की मांग किए
मामले में आप को बता दे कि भिलाई इस्पात संयंत्र के अनुबंध में दल्लीराजहरा माईनस में एक निजी कंपनी…जगन्नाथ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का पैलेटाइजिंग प्लांट का निर्माण किया जा रहा है…. यह प्लांट घोबेदण्ड के आश्रित ग्राम कोंडेकसा, झिकाटोला ,,दर्रेकसा और कुंजामटोला के ग्रामीणों की पूरी सहमति से खोला जा रहा है….. ताकि स्थानीय ग्रामीणों और युवाओ को रोजगार मिल सके… लेकिन दूसरी तरफ कंपनी द्वारा स्थानीय युवाओ को गेट पास ट्रेनिग सुविधा उपलब्ध नही कराई जा रही है…..जिसके चलते इस प्लांट के भीतर आज काम करने वाले सैकड़ों मजदूर आने वाले दिनों में जब प्लांट शुरू होगा सभी बेरोजगार हो जाएंगे.
पूरे मामले में ग्रामीणों कि माने तो आज निजी कंपनी द्वारा इस प्लांट के निर्माण को लेकर उनसे काम तो कराया जा रहा है..लेकिन नियमानुसार उन्हें जो एक कर्मचारी का गेट पास मिलना चाहिए नही दिया जा रहा है..ऐसी स्थिति में कंपनी के इन मजदूरों का कंपनी के पास भी कोई आधिकारिक रिकॉर्ड मौजूद नहीं है..तथा प्लांट के अंदर यदि कोई हादसा होता है और मजदूर को किसी भी तरह की परेशानी में कम्पनी की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी….वही इनके पास गेट पास नही होने से ये लोग सिर्फ एक दिहाड़ी मजदूर की तरह काम कर रहे है..ऐसे में जब प्लांट पूरी तरह चालू होगा तो इन मजदूरों को यहां पर काम भी नही मिलेगा…जिससे परेशान ग्रामीण अपनी समस्या लेकर बालोद कलेक्ट्रेट पहुंचे और न्याय की गुहार लगाते हुए युवाओ ने कलेक्टर को आवेदन देकर स्थाई काम और गेटपास ट्रेनिंग की मांग की है …ताकि युवाओ को आने वाले दिनों में भी इस कम्पनी में रोजगार मिल सके ।
ग्रामीणों ने बताया कि पेलेटाइजिंग प्लान्ट (पावर प्लान्ट) जगन्नाथ प्रा. लिमिटेड के द्वारा सिविल एवं मैकेनिकल में काम चालू हुआ तब पंचायत के मजदूर दो-तीन वर्ष से काम कर रहे थे। तत्पश्चात् बी.एस.पी जगन्नाथ प्रा. इस्पात लिमिटेड मिल कर काम से बाहर कर दिया गया था, हम लोग पूरे काम को कुछ दिन के लिए बंद करवा दिये थे। हमारे जनप्रतिनिधि बी.एस.पी जगन्नाथ प्रा. लिमिटेड के द्वारा बैठक ग्राम कोन्डेकसा में रखा गया। जिसमें घड़ साहब, राम स्वरूप साहब एवं संजय साहब सम्मिलित थे. उनसे यह चर्चा हुआ कि पंचायत के समस्त युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार एवं गेट पास के सम्बध में कहा गया कि आप लोग काम चालू कर दो हम अपने बातें मानने को तैयार है ऐसा एग्रीमेंट हुआ हम विश्वास कर के काम में गये हमारे साथ धोखा हो रहा है. कई बार एग्रीमेंट को मांगने गए तो कहा गया काम कर रहे हो प्लान्ट रनिंग में आने के बाद में काम में रखेंगे ऐसा बोला गया। जब सिविल का काम बढ़ता गया तो छोटे-छोटे होने लगा। हम लोग जगन्नाथ प्रा. लि. के अधिकारी के पास गए गेट पास बनाने हमारे द्वारा कहा गया। चरित्र प्रमाण पत्र जमा कर दिए जब जगन्नाथ प्रा.लि. के अधिकारी के पास गए तो उन्होने कहा गेट पास बनाने के लिए क्यूं पी ई एल को कहा गया वही गेट पास ट्रेनिंग दिलवायेंगे। हम उनको पावर दे दिये है, फिर मैनेजर किरन नायक से मिले तो बात को घुमा दिये वो काम जगन्नाथ प्रा.लि. का है. हमारा काम नहीं है हम अपनी बात रखना चाहते थे लेकिन हमारा बात नहीं सुना गया तब जगन्नाथ के एम.डी. से मिले तो उनके द्वारा कहा गया कि ठीक है हम रखेंगें। अगर आप लोग मेरे काम में बाधा डालोगे तो आप उपर कार्यवाही किया जावेगा। इस तरह से हमें धमकी दिया जा रहा है।इस दौरान बड़ी सख्या में ग्रामीण शामिल रहे।
आपको बतादे बालोद जिले के दल्लीराजहरा स्थित बीएसपी खदान से निकलने वाले फाइंस युक्त लाल पानी की समस्या से उस क्षेत्र के करीब 2 दर्जन से ज्यादा गांव प्रभावित है…लाल पानी से इन गांवों के खेत भी बंजर हो रही है..जिसके चलते समय समय में इस क्षेत्र के ग्रामीण आंदोलनों के माध्यम से रोजगार की मांग भी कर चुके है..ऐसे में इस क्षेत्र में खुलने वाले पेलेटाइजिंग प्लांट से काफी उम्मीदें क्षेत्र के ग्रामीणों को थी..लेकिन प्लांट प्रबंधन की नीति से फिर एक बार ग्रामीणों में माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखने लगी है…बहरहाल देखना होगा ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान कब तक हो पाता है स्थानीय मजदूरों को ट्रेनिग पास गेट पास बनवा कर स्थायी रूप से काम दिलवाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन