बालोद- प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुलिस महानिदेशक ने सभी जिलों के पुलिस कप्तान को स्पष्ट रूप से आदेश दिए गए थे की कड़ाई के साथ सट्टा जुआ बंद हो परंतु बालोद क्षेत्र में दिखावटी और दस्तावेज कार्रवाई की जा रही है। इन दिनो बालोद जिला मुख्यालय में अवैध शराब व जुआ सट्टे और नशीली गोली का कारोबार तेजी से चल रहा है ।बालोद नगर के विभिन्न वार्डों में अवैध शराब खुलेआम बिक रहा है यहां पर आबकारी विभाग की देशी व अंग्रेजी शराब दुकान शासकीय संचालित है उनके बावजूद यहां पर अवैध रूप में शराब बिक रही है नगर में शाम होते ही विभिन्न वार्डों में आसानी से देशी शराब अवैध रूप में बेची जाती है। बालोद नगर जवाहर पारा में खुलेआम नशीली दवाई धड़ल्ले से बेची जा रही हैं। नगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में अवैध शराब जोरों पर है जहां पर अवैध शराब की बिक्री होती है वहां पर बकायदा चखना की दुकान खोला गया है जहां पर आसानी से शराब पीने के बाद चखना का उपयोग करते हैं ।
नशीले गोलियों का अड्डा बन गया है जवाहर पारा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बालोद नगर के कई वार्डो में खुलेआम नशीले पदार्थों की बिक्री होती है, जिसमें गांजा, शराब व नशीली गोलियों से शामिल है। आज नाबालिकों को शराब के नशे को छोड़ नशीली गोलियों की लत लग गई है है। क्योंकि शराब का मूल्य बतौर नशीली गोलियों से अधिक होता है जिसके कारण युवा पीढ़ी नशे के लिए नशीली गोलियों का उपयोग कर रहे हैं।
नगर में बेधड़क चल रही सट्टे का कारोबार
इसी तरह अवैध शराब नगर के विभिन्न वार्डों में तेजी के साथ विक्रय किया जा रहा है परंतु बालोद पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है। एक का 80 करने के फेर में सटोरिए लोग सक्रिय हैं और सट्टे का खेल लगातार चल रहा है। सट्टे का व्यापार भी तेजी के साथ नगर के विभिन्न वार्डों में संचालित है। बालोद पुलिस को सैकड़ों बार शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।
शासन के नियमो की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां
नगर के देसी और विदेशी शराब दुकानों में इन दिनों शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शासन के शराब दुकान में चार पाव शराब की बिक्री का आदेश है। नगर के शराब दुकानों में कोचियों को तय मात्रा से (4-4) से अधिक मात्रा में शराब दी जा रही है। जबकि शासन का सख्त आदेश एक व्यक्ति को सिर्फ 4 पाव बेचने की है। यह कोई पहला मामला नहीं है। नगर के शराब दुकान हमेशा से विवादित रहा है। अवैध शराब की बिक्री का सहयोग, ओवर रेट शराब की बिक्री कर ज्यादा कमाई ग्राहकों से अपशब्द, कर बदसलूकी करना आम बात हो गई है।नगर में संचालित हो रही सरकारी देसी व विदेशी मदिरा की दुकानों पर आबकारी विभाग खासा मेहरबान नजर आता है। इसके चलते दुकान संचालकों द्वारा नियमों को ताक पर रख कर शराब बेची जा रही है। शराब की कीमतों को लेकर भी आए दिन झूमा झटकी कर अवैध वसूली की जा रही है।जिला मुख्यालय के अनेकों वार्डो व ग्रामीण अंचलों मे अवैध शराब बेची जा रही है।शराब का अवैध कारोबार कर अधिक लाभ कमाने के चक्कर में गांव गांव में शराब की अवैध बिक्री लगातार हो रही है। इसके चलते नगरीय क्षेत्रों का माहौल खराब होता जा रहा है।