
बालोद।गांव-गांव में घुमकर परिवार के बारे में जानकारी लेकर पुजा-पाठ का झांसा देकर सोने व चांदी के जेवरात की ठगी करने वाली दो महिलाओ को अर्जुन्दा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।पुलिस ने ज्योति राज से सोने की पत्ती व कुन्ती मरकाम से एक जोडी पायल बरामद किया है।पुलिस ने बताया कि 14 अगस्त को दोपहर पौने 12 बजे प्रार्थिया के घर के पास दो अज्ञात महिलाएं प्रार्थिया के घर में आकर चांवल दाल मांगने आये थे जो प्रार्थिया के घर परिवार व पति के बारे में पुछकर प्रार्थिया के पति जो जेल में है जिसके बारे में जानकर उन्हे जेल से छुडाने के नाम पर पुजा.पाठ कर जेल से छुट जाने का झांसा देकर धोखाधडी कर प्रार्थिया के पास से इस्तेमाली 01 नग सोने की पत्ती कीमती 7000 रूपये व दो जोडी चांदी का पायल कीमती 5000 रूपये जुमला कीमती 12000 रूपये को ठगी कर ले गये है कि रिपोर्ट पर धारा 318(4),3(5) बीएनएस का अपराध घटित होना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान जरिये मुखबीर की सूचना पर आरोपियान ज्योति राज पति स्व0 गौतम राज उम्र 35 साल कसहीकला थाना सुरेगांव, कुंती मरकाम पति स्व0 मिथुन मरकाम उम्र 40 साल कसहीकला थाना सुरेगांव को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया। जिन्होने घटना को अपराध घटित करना स्वीकार करते हुए बताये कि 14 अगस्त को पौने एक बजे कुन्ती बाई व ज्योति राज व सुनिता देवारीन तीनों साथ में मोहंदीपाट गये थे जो गांव मे अलग-अलग घर जाकर चांवल दाल मांगने का काम कर रहे थे कि ग्राम मोहंदीपाट के एक घर में कुन्ती बाई व ज्योति राज जाने पर एक महिला थी व सुनिता देवारीन घर के बाहर निगरानी कर रही थी जहां उक्त महिला से उनके घर व परिवार के बारे में जानकरी लेकर उनके पति को जेल से छुडाने का झांसा देकर पुजा-पाठ करने के नाम से घर में रखे सोने व चांदी के जेवरात इस्तेमाली 01 नग सोने की पत्ती व दो जोडी चांदी का पायल ले गये थे जिसे तीनों बंटवारा कर लिये थे बताये। विवेचना के दौरान प्रकरण में आरोपियान ज्योति राज से सोने की पत्ती व कुन्ती मरकाम से एक जोडी पायल बरामद कर जप्त किया गया है। पुलिस ने दोनो महिलाओ को गिरफ्तार किया है। प्रकरण के अन्य आरोपिया सुनिता मरकाम सकुनत से फरार है। जिसकी पता तलाश जारी है।उक्त् कार्यवाही में थाना प्रभारी उप निरी0 मनीष शेन्डे , सउनि विश्वजीत मेश्राम, प्र0आर0 535 विरेन्द्र साहु, आर0 178 दमन वर्मा, म0आर0 195 अर्णिका ठाकुर का योगदान रहा।