बालोद।पिछले 15 दिनों से लगातार बारिश से जिले के सबसे बड़े जलाशय तांदुला जलाशय में तेजी से जलभराव हो रहा है। आज शाम 4 बजे की स्थिति में तांदुला में 35 फिट पानी भर गया हैं । बीते 17 दिनों में तांदुला जलाशय में 14 फीट पानी भराव हुआ है।जिसमें अभी लगातार भराव जारी है। सिंचाई विभाग उम्मीद कर रहा है कि अभी बारिश का समय बचा है, ऐसे में इस बार जरूर तांदुला जलाशय ओवरफ्लो हो सकता है। पर उसके लिए और बारिश की जरूरत है।
तांदुला जलाशय में 35 फिट हुआ जल भराव
तांदुला जलाशय में वर्तमान में 35 फिट जल भराव हुआ है। अब ओवर फ्लो होने के लिए मात्र 3.50 फीट पानी और चाहिए। वही गोंदली जलाशय में 55.86 प्रतिशत,खरखरा जलाशय में 94.04 प्रतिशत और मटिया मोती जलाशय में 79.04 प्रतिशत जल भराव हो चुका है।अगर अच्छी बारिश हुई तो वो भी देखने को मिल सकता है। ऐसा हुआ तो दो साल बाद तांदुला छलकेगा। तीन जिलों की जीवन दायनी तांदुला का जल प्रपात देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।तांदुला जलाशय में 22 जुलाई को 21 फिट पानी भरा था। लेकिन कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश होने से 28 जुलाई को 29.80 फिट ,30 जुलाई को 33 फिट पानी भर गया था। मात्र 17 दिनों में 14 फीट पानी भर गया है। हालांकि अभी नदी नालों से पानी की आवक कम हो गई है, पर आने वाले दिनों में और अच्छी बारिश होती है तो तांदुला में और जल भराव होगा।
लबालब जलाशय किसानों के देते हैं राहत
किसानों की नजर बारिश में अक्सर जिले के प्रमुख जलाशयों पर रहती है। क्योंकि जलाशय में पर्याप्त पानी भरा रहता है तो किसानों के साथ सिचाई विभाग भी निश्चिन्त रहता है। जलाशयों में पर्याप्त जलभराव होने से भू जल स्तर भी बढ़ता है जो जल स्रोतों के लिए भी लाभदायक है।
जिले में अब तक 821.4 मिमी बारिश
जिले में अच्छी बारिश से किसानों ने राहत महसूस की है। जिले में इस मानसून सीजन में 821.4 मिमी बारिश हो चुकी है।
जाने जिले के जलाशयों में जलभराव की स्थिति
जलाशय – जलभराव
तांदुला – 84.31 प्रतिशत
गोंदली. – 55.86 प्रतिशत
मटियामोती – 79.11 प्रतिशत
खरखरा – 94.04 प्रतिशत