बालोद।तेज बारिश और हवा के चलते शुक्रवार की रात को शहर में बिजली बंद रही तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी हाल बेहाल है। बालोद जिला मुख्यालय से लगे ग्राम मेढ़की बधमरा सहित आधे दर्जन से अधिक गावो में रात भर बजली बंद थी जो शनिवार सुबह 10 बजे तक बिजली नही आई है। रात होने के कारण बिजली कंपनी के कर्मचारी भी सुधार के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो वहीं कई इलाकों में गरज चमक के साथ बारिश होती रही।तेज बारिश और आंधी तूफान के चलते जिला मुख्यालय से लगे ग्राम मेढ़की बधमरा सहित दर्जनों गांवों में शुक्रवार की रात 9 बजे लेकर आज सुबह 10 बजे बिजली बंद है वही समाचार लिखे जाने तक इन गांवों में बिजली अभी तक नही आई हैं। ग्राम मेढ़की के खेत में लगी बिजली पोल में बबूल पेड़ गिर जाने से तार टूट कर बिखर गया है जिसके चलते यह स्थिति निर्मित हुई है। शुक्रवार की रात 9 बजे से शनिवार की सुबह 10 बजे तक लगभग 13 धंटे से इन गांवों में बिजली पूरी तरह से बंद होने से ग्रामीण अंचलो के लोग परेशान हो गए है।
बिजली बंद से हो रही पीने के पानी की समस्या
इन गांवों में 13 धंटे से बिजली बंद रहने के कारण ग्रामीणों को पानी के किए भटकना पड़ रहा है। गांवों मे नलों से लोग पानी नहीं भर पा रहे हैं। इन दिनों ब्लॉक बालोद के साथ ग्राम बधमरा, मेंढकी,ओरमा,खरथुली,भोथली,सुंदरा, सहित अनेक ग्रामों में पिछले 13 धंटे से बिजली बंद है ।जिसके कारण ग्रामीण रात के अंधेरे में रहकर रात गुजारना पड़ा ।
अंधेरे में रहकर ग्रामीणों ने गुजारी पूरी रात
प्रत्येक घरों में बिजली उपलब्ध कराने के लिए शासन-प्रशासन ने अनेक योजनाएं बनाई है लेकिन घंटो बिजली बंद रहने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली विभाग की मनमानी के कारण लोगों को अंधेरे में गुजारा करना पड़ रहा है। एक ओर आम नागरिक बिजली बंद होने से परेशान हैं । कई बार शिकायत के बाद विधुत विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं देना विभाग की बड़ी लापरवाही