रायपुर, भारत सरकार द्वारा पीएम श्री योजना के अंतर्गत तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ की 52 शालाएं स्वीकृत की गई है, जिसमें पहली से 12 वीं तक की 47 शालाएं एवं कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक की 05 शालाएं सम्मिलित हैं। इससे पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य में प्रथम चरण में 211 शालाओं को पीएम श्री योजना में शामिल किए जाने की स्वीकृति मिली थी। इस प्रकार राज्य में कुल 263 शालाओं को पीएम श्री योजना के अंतर्गत मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किए जाने की स्वीकृति मिल चुकी है। प्रथम चरण में पीएम श्री योजना के तहत स्वीकृत शालाओं को अपग्रेड किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान और गणित के लिए अत्याधुनिक लैब्स, खेल सुविधाएं, और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं विकसित की जाएगी।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य में पीएम श्री योजना का शुभारंभ 19 फरवरी 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने किया था। उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर किए जा रहे प्रयासों को सराहा था। पीएम श्री के तहत प्रति स्कूल 2-2 करोड़ रूपए व्यय कर आदर्श स्कूल के रूप में विकसित करने की योजना है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप पीएम श्री योजना के अंतर्गत शालाओं को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है। पीएम श्री योजना के तहत चयनित शालाओं का अकादमिक एवं अधोसंरचनात्मक सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इन शालाओं में वर्चुअल रियलिटी लैब, अटल टिकरिंग, एआई रोबोटिक्स, गेमीफाइड लर्निंग के माध्यम से शिक्षा की सुविधा उपलब्ध रहेगी, इसके अलावा इन शालाओं में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब, डिजिटल लाइब्रेरी, इंडोर एवं आऊटडोर स्पोर्ट्स एवं गेम्स की सुविधाओं के साथ-साथ समर कैंप, एडवेंचर स्पोर्ट, कैरियर गाइडेंस एवं काउंसलिंग का लाभ मिलेगा।