बालोद। लोकसभा चुनाव को लेकर 02 सौ मिनी व बड़े बसों का अधिग्रहण किया गया हैं । चुनाव में 185 मिनी व बड़े बसों की आवश्यकता होगी। वही 15 बसों को रिजर्व में रखा गया है। लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए मतदान केंद्रों में मतदान सामग्री पहुंचाने के लिए निर्वाचन आयोग ने बसों का अधिग्रहण कर लिया है। मंगलवार से बसों को अधिग्रहण करने की प्रक्रिया जारी रही। इस वजह से जिले भर की सड़कों पर पर्याप्त बसें नही चलने की वजह से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।जानकारी नहीं होने की वजह से लोग बस के इंतजार में घंटो बैठे रहे।
इस दौरान कोई बस आई भी तो यात्रियों की भीड़ लग जाती। वहीं इन दिनों शादी का सीजन होने व चुनाव का समय होने की वजह से लोग खासे परेशान हैं। लोग गंतव्य तक पहुंचने के लिए निजी वाहन या फिर ट्रेन का सहारा ले रहे हैं। बड़ी सहित मिनी बसें भी दुर्ग, भिलाई, गुंडरदेही, धमधा क्षेत्र की सिटी बसों को भी कब्जे में लिया गया है।मतदान समाग्री वितरण के लिए दुर्ग, बालोद, दल्ली, राजनांदगांव, धमतरी मार्ग सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली यात्री बसों को भी अधिग्रहण किया गया है। इस वजह से बसें मार्गों पर कम दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस वजह से यात्रियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शादी का मुहूर्त होने के कारण लोग गंतव्य तक जाने और परेशान दिखे। ऐसे में तीन दिनों तक यात्रियों को यात्रा के लिए निजी वाहनों का ही सहारा लेना पड़ेगा।बता दें कि जिस दिन मतदान होगा उस दिन जिले में शादी का मुहूर्त भी है, ऐसे में बसों के चुनाव में अधिग्रहण से शादी के लिए आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जिले में शादी का सीजन भी शुरू हो चुका है। 25, 26 अप्रैल को सबसे ज्यादा शादी है। ऐसे में शादी के लिए मेहमानों को आने-जाने के लिए बस मिल पाना संभव नहीं है, क्योंकि पूरी बसें चुनाव कार्य में लगा दिए जा रहे हैं। ऐसे में लोगों को खुद का वाहन मोटरसाइकिल, कार या फिर ट्रेन का ही सहारा होगा।