धमतरी (पूनम शुक्ला) – धर्म की नगरी धमतरी में महाशिवरात्रि महोत्सव की धूम देखने को मिली है..सभी मंदिरों में जहां महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया गया वही धमतरी जिले का 1300 साल पुराना मन्दिर श्री बुढेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व के पर भोले बाबा के विवाह की रस्म शुरू कर दी गई है..मंदिर में हल्दी का रस्म के साथ ही मेहंदी का रस्म भी किया गया..वही संगीत में भी लोगों ने बढ़ चढ़कर कर हिस्सा लिया। शिवजी की शाही बारात जिले की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी मंदिर से शुरू होकर, रामबाग, सदर बाजार, होते हुए..घड़ी चौक तक निकाली गई।
जिसमें बनारस से आए डमरू वाले अघोरी बाबा की पूरी टीम पहुंची.जो की बाबा की बारात में जिंदा सांप, डमरू सहित अन्य हथियार लेकर अघोरी बाबा काफी संख्या में झूमते नजर आए. वही मां दुर्गा के नौ रूपों की झांकी भी इस शोभायात्रा में नजर आई।इसके साथ ही कोलकाता से आए कंकालधारी साधु, कंकाल माला पहनकर भोले की बारात में थिरकते नजर आए. वही उनकी टोली में शामिल भूत- प्रेत भी रास्ते भर पारंपरिक धुन में झूमते रहे और आरंग से आए भगवान शंकर श्री गणेश, बजरंगबली की झांकी भी निकालि गई।जिसकी ऊंचाई करीब 15 फीट रही.वही इस शोभायात्रा में नर्तक दल अपनी पारंपरिक वेशभूषा के साथ प्रस्तुति देते नजर आए जो की लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। भव्य शोभायात्रा के दौरान भोलेनाथ और माता पार्वती ने अग्नि के सात फेरे लेकर विवाह संपन्न किया।
इसके साथ ही भोले बाबा के मंदिर में 24 घंटे का अखंड जलाभिषेक और भव्य भंडारा का आयोजन के साथ ही भजन संध्या का आयोजन भी किया गया है….. भोले बाबा की शाही बारात को देखने के लिए धमतरी जिले के साथ ही बाहरी जिलों के लोगों का जन सैलाब उमड पड़ा…
वही इस शोभायात्रा में आए हुए बनारस के कलाकारों के साथ ही नगर के छोटे छोटे बच्चों ने भी शाही बारात को देखकर अपनी खुशी जाहिर किए ।