बालोद जिला खनिज संस्थान न्यास की शासी परिषद की बैठक शनिवार 24 फरवरी को संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सांसद मोहन मण्डावी, विधायक डौंडीलोहारा अनिला भेड़िया, विधायक संजारी बालोद संगीता सिन्हा, विधायक गुण्डरदेही कुंवर सिंह निषाद, जिला पंचायत की अध्यक्ष सोना देवी देशलहरा, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे, जिला खनिज अधिकारी मिनाक्षी साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु वार्षिक कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। बैठक में जिला खनिज संस्थान न्यास के सदस्यों ने राशि का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सिंचाई के लिए अधिक से अधिक उपयोग करने पर जोर दिया गया।
बैठक में सांसद मोहन मण्डावी ने नगर पंचायत चिखलाकसा में शुद्ध पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु बोईरडीह डेम से पानी की आपूर्ति कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अलावा उन्होंने सांसद आदर्श ग्रामों में भी जरूरी सुविधाए सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। सांसद मण्डावी ने जिले में सोलर लाईट की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु सोलर लाईट में किसी प्रकार की खराबी आने पर उनके सुधार हेतु जिला खनिज संस्थान न्यास की मद से मेकेनिक भी नियुक्त करने निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित विधायकों के साथ-साथ जिला खनिज संस्थान न्यास के सदस्यों ने भी आवश्यक सुझाव दिए।
कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल ने कहा कि बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों के सुझाव को अमल में लाते हुए जिला खनिज संस्थान न्यास की राशि का उपयोग नियमानुसार जिले के विकास के लिए किया जायेगा।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.संजय कन्नौजे ने बताया कि जिला खजिन संस्थान न्यास के पास उपलब्ध निधि का कम से कम 60 प्रतिशत उच्च प्राथमिकता क्षेत्रों में उपयोजित करने का प्रावधान हैं। इसके अतंर्गत उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के तहत पेयजल आपूर्ति, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण के उपाय, स्वास्थ्य देख-भाल, शिक्षा, कृषि एवं अन्य संम्बद्ध गतिविधियां, महिला एवं बाल कल्याण, वृद्ध एवं निशक्तजन के कल्याण, कौशल एवं विकास एवं रोजगार, स्वच्छता, सतत् जिविकोपार्जन के अलावा जन कल्याण के कार्यो के लिए इस राशि का उपयोग किया जायेगा। इसी तरह न्यास के शेष 40 प्रतिशत राशि को अन्य प्राथमिकता वालें क्षेत्रों में उपयोजित किये जाने का प्रावधान है। इसके अतंर्गत न्यास के 40 प्रतिशत राशि का उपयोग अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के अतंर्गत भौतिक अधोसंरचना, सिंचाई, ऊर्जा एवं जल विभाजक विकास, सार्वजनिक परिवहन, युवा गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा मूलभूत सुविधाओं के लिए किया जायेगा।