बालोद जिले के डोंडीलोहारा के ग्राम बुंदेली में चल रहे श्री रामकथा के दूसरे दिन शनिवार को प्रसिद्ध कथावाचक राजन जी महाराज ने शिव पार्वती के विवाह का प्रसंग सुनाया इस श्री राम कथा के आयोजन में भाजपा जिलाध्यक्ष पवन साहू सहित सनातनी टीम एवं भक्तगण शामिल हुए। कथावाचक ने माता सती के त्याग का वर्णन करते हुए कहा कि शिवजी ने माता सती का त्याग करते हुए तपस्या में लीन हो गये और 87 हजार साल लगातार तपस्या में लीन रहे। कहा कि कथा जीवन की व्यथा को समाप्त कर देती है। आज हजारों साल बाद माता सती भोलेनाथ के सम्मुख बैठी हैं और भगवान शिव ने उनको क्षमा कर दिया। कामदेव ने देवताओं तथा जगत कल्याण के लिए शिवजी पर अपने पुष्प बाण से घात किया। शिवजी का नेत्र खुलते ही कामदेव भस्म हो गए तब देवताओं की प्रार्थना पर महादेव महाराज हिमांचल की कन्या पार्वती से विवाह को तैयार हो गए। जब शिव की बारात हिमालय पर जाने के लिए तैयार हुई तो समस्त देवता तैयार होकर चले। शिव अपने गणों के साथ नंदी पर सवार होकर महाराज हिमाचल के द्वार पर पहुंचते हैं। शिवगणों को देखकर महारानी मैना डर जाती हैं और पार्वती को पकड़कर रोने लगती हैं। तभी नारद जी प्रकट होते हैं और शिव और पार्वती के पूर्व जन्म की कथा का वर्णन करते हैं। इससे महारानी मैना का संताप दूर होता है तथा बड़ी धूमधाम से शिव और पार्वती का विवाह संपन्न होता है। शिव भक्ति एवं राम रस धारा में भाव भक्ति के साथ उपस्थित रहे
जिला भाजपा अध्यक्ष पवन साहू ,वरिष्ठ नेता यज्ञदत्त शर्मा ,जिला उपाध्यक्ष राकेश छोटू यादव, मंडल अध्यक्ष प्रेम साहू,पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष जितेंद्र साहू,प्रतिभा चौधरी सहित भाजपा नेताओं में दानेश्वर मिश्रा, विनोद कौशिक, दानवीर साहू ,दुर्जन साहू, एकांत पवार ,स्वाधीन जैन ,आशीष लालवानी ,जयदीप गुप्ता,महेन्द्र जायसवाल सहित अन्य शामिल रहे।