बालोद. जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर तीनों प्रत्याशी घोषित करने के बाद कांग्रेस ने भी काफी सोच-विचार और मंथन के बाद सिर्फ दो सीट संजारी बालोद व गुंडरदेही से प्रत्याशी की घोषणा की है। भैयाराम सिन्हा एक बार विधायक बने जिसके बाद टिकिट काटकर उनकी पत्नी संगीता सिन्हा एक बार की विधायक को टिकट मिली है। अब वे लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ेंगी। सगीता सिन्हा को काग्रेस से दूसरी बार टिकट मिलने के बाद बालोद व गुरुर में काग्रेस कार्यकर्ताओं ने फटाखे फोड़कर खुशी मनाई। ऐसे में दिवाली से पहले ही बालोद में कई दिनों के कशमकश के बीच विधायक संगीता सिन्हा का टिकट फाइनल किया है। जिसके चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। और खूब पटाखे फोड़े जा रहे है और मिठाई बांटी जा है।
दोनों दल चुनाव की तैयारी में जुटे
संजारी बालोद विधानसभा में कांग्रेस की संगीता सिन्हा और भाजपा के राकेश यादव के बीच टक्कर होगी। दोनों दल 21 अक्टूबर से शुरू होने वाले नामांकन प्रक्रिया की तैयारी में जुट गए हैं।वही गुंडरदेही के एक बार के विधायक व संसदीय सचिव को दूसरी बार काग्रेस से टिकिट मिली हैं। गुंडरदेही विधानसभा में काग्रेस के कुँवर निषाद सोर भाजपा के वीरेंद्र साहू कब बीच मुकाबला होंगी।
कांग्रेस प्रत्याशी का राजनीतिक सफर
किन्तु 2013 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी भैयाराम सिन्हा ने पिछले 4 चुनाव में कांग्रेस को मिली हार का बदला चुकाते हुए भाजपा के प्रत्याशी प्रीतम साहू को 30 हजार से भी अधिक मतों से पराजित कर दिया ! वही 2018 के चुनाव में भैयाराम सिन्हा की टिकिट को काटकर उनकी पत्नी संगीता सिन्हा को उम्मीदवार बनाया था। संजारी बालोद सीट से कांग्रेस की संगीता सिन्हा ने 27488 वोटों से जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के उम्मीदवार को 90428 वोट, वहीं बीजेपी के पवन साहू को 62940 वोट मिले थे। जेसीसी के प्रत्याशी अर्जुन हिरवानी को 12 हजार 664 वोट मिले। जबकि 2 हजार 913 लोग इन प्रत्याशियों को नकारते हुए नोटा को अपना मत दिया था।