बालोद-जिला मुख्यालय में स्थित पाररास रेल्वे फाटक में प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण के खिलाफ चार वार्ड के निवासियों ने विरोध किया है। जिसको लेकर वार्ड 01,02,19 व 20 वार्ड के निवासियों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुचकर अपर कलेक्टर को 06 सूत्रीय मांग पत्र सौपकर शासन एवं जनहित में बायपास को नगर पालिका द्वारा प्रस्तावित मॉडल टाऊन के नक्शा के अनुसार पाररास से बाहर एवं पाररास राजनांदगांव मुख्य मार्ग में प्रस्तावित ओव्हरब्रिज की लंबाई-चौड़ाई कम कर निर्माण किये जाने की मांग किया है। वार्ड 01 पाररास के पार्षद लेखन साहिरो ने बताया कि पाररास राजनांदगांव मुख्य मार्ग में ओव्हरब्रिज बनना प्रस्तावित है, जिसमें रोड से लगा हुआ आसपास वार्डवासियों का आवास, मकान, झोपड़ी, छोटे-छोटे व्यवसायी , दुकानें, मिडिल व हायर सेकण्डरी स्कूल तथा गौरा- चांवरा स्थापित है जिसे ओवरब्रिज निर्माण के लिए हटाने हेतु चिन्हांकित किया गया है, जो ओवरब्रिज निर्माण में प्रभावित होगा।
वार्ड वासियों ने प्रशासन को दिए सुझाव
पार्षद ने बताया कि किसानों का खेत अधिग्रहण करते समय तहसीलदार, आर.आई., पटवारी द्वारा आश्वासन दिया गया था कि यह केवल रेक पाइंट के लिए है, बायपास तो नगर पालिका द्वारा प्रस्तावित मॉडल टाउन के नक्शा में पाररास के साधुबन तालाब होते हुए पाररास से बाहर नाला के पास निकालने के लिए प्रस्तावित है, उस पर अमल किया जायेगा। प्रस्तावित ओवरब्रिज की लंबाई को बालोद रेल्वे ट्रांसफार्मर से पाररास बायपास तिराहा तक ही सीमित किया जाये, बड़ी गाड़ियों का शहर के अंदर दिन में 12 घंटे तक प्रवेश निषेध है तो इतने लंबे-चौड़े ओवरब्रिज बनाने की क्या आवश्यकता है।
ओवरब्रिज निर्माण हेतु एकपक्षीय तोड़-फोड़ किये जाने की स्थिति में वार्ड वासी करेगे विरोध
वार्ड वासियों ने कहा कि यदि ओवरब्रिज की लंबाई कम करते नहीं बन रहा हो तो उसे अण्डरब्रिज में तब्दील किया जाये। बालोद शहर का चौड़ीकरण आज तक नहीं हुआ है, अगर तोड़-फोड़ करना है तो उसे बालोद शहर के सदर लाईन होते हुए पूरा पाररास तक तोड़-फोड़ किया जाये । व्यापारियों के हित को ध्यान में रखते हुए जिस प्रकार एन. एच. 930 की चौड़ाई को कम किया गया है उसी प्रकार ओवरब्रिज की लंबाई व चौड़ाई को कम किया जाये – ताकि पाररास में भी छोटे-छोटे व्यवसायी सुचारु रूप से अपना व्यापार कर अपने व परिवार का भरण-पोषण कर सके । शासन-प्रशासन द्वारा उपरोक्त मांर्गों एवं सुझावों पर ध्यान नहीं दिये जाने तथा ओवरब्रिज निर्माण हेतु एकपक्षीय तोड़-फोड़ किये जाने की स्थिति में वार्ड नं. 01, 02, 19 एवं 20 के वार्डवासियों के द्वारा संयुक्त रूप से विरोध किया जायेगा तथा उत्पन्न परिस्थितियों की संपूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी । ज्ञापन सौपने के दौरान बड़ी सँख्या में वार्ड वासी शामिल रहे।
पाररास मार्ग में रेलवे फाटक के पास बनने वाले ओवरब्रिज को लेकर अब भू-अर्जन के लिए सर्वे के लिए हुआ था नापजोख
बता दे कि बालोद-पाररास मार्ग में रेलवे फाटक के पास बनने वाले ओवरब्रिज को लेकर अब भू-अर्जन के लिए सर्वे के लिए दोनों ओर नापजोख इसी माह किया गया था। एक सप्ताह पहले ही सेतु विभाग व राजस्व विभाग की टीम ने ओवरब्रिज निर्माण के लिए निजी व सहकारी जमीनों की नापजोख की। राजस्व विभाग की माने तो बालोद मार्ग तक का माप हुआ है। अभी पाररास मार्ग तक नापजोख बाकी है। राजस्व विभाग की टीम ने घरों के अंदर तक चिन्हाकन किया है। सामूहिक सर्वे में नगर पालिका, राजस्व विभाग, रेलवे व सेतु निर्माण विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल हैं।
874 मीटर लंबा ओवरब्रिज बनेगा
रेलवे के मुताबिक ओवरब्रिज बनना तय है। सेतु विभाग ने इस जगह पर 874 मीटर लंबा, 13 मीटर चौड़ा व 9 मीटर ऊंचाई वाले ओवरब्रिज बनाने ड्राइंग तैयार किया है। इसके निर्माण के लिए केंद्र सरकार से 37 करोड़ की स्वीकृति मिली है। ओवरब्रिज बनाने राज्य सरकार 50 व केंद्र सरकार 50 प्रतिशत राशि खर्च करेगी।