बालोद-जिले के गुरुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम चंदनबिरही के कुछ दबंगों द्वारा गांव के ही एक परिवार को गांव से बहिष्कृत करने का मामला सामने आया। गुरुर ब्लाक के चंदनबिरही में गांव के दबंगों ने एक परिवार को 2008 से बहिष्कृत कर दिया है। ग्रामीणों ने उक्त परिवार पर नाई, राउत,धोबी सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं पर पाबंदी लगा दी है। इसके साथ ही ग्रामीणों से बातचीत करने पर भी पाबंदी है। पीड़ित परिवार के लोगों ने मंगलवार को बालोद पहुंचकर जन चौपाल में कलेक्टर से मिलकर बाईकाट हटाने एवं बरसात के पानी निकासी चालू कराने के लिए लिखित शिकायत दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्राम के कुछ व्यक्तियों और ग्रामीण समिति ने किया बाईकाट
पीड़ित परिवार चंदनबिरही निवासी रघुनंदन प्रसाद शर्मा ने बताया कि 2008 से ग्राम के कुछ व्यक्ति द्वारा ग्रामीण समिति द्वारा बाईकॉट छोड़ा गया है। जिस समय मेरे पिताजी की मृत्यु हुआ था तो नहाने के लिए गांव के लोगों को बंद करा दिया एवं नाई धोबी, एवं पीने का पानी भी बंद करा दिया एवं शादी के समय भी बारात के दिन पानी बंद करा दिया और शीतला मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया था। मुझे कई बार झूठा रिपोर्ट दर्ज कराकर फंसाने की कोशिश किया जिसमें एसटी थाना में भी झूठा रिपोर्ट दर्ज कराया गया था।
सरपँच द्वारा नाली को कर दिया बंद,घर में भर गया था बारिश का पानी
रधुनदन शर्मा ने बताया कि वर्तमान में 27 जून 2023 को तहसीलदार में सरपंच द्वारा नाली बंद करा दिया गया जिसे बरसात के पानी का निकासी नहीं होने के कारण घर में पानी भर गया था जबकि मकान मिट्टी का जर्जर मकान है। पानी के कारण दीवालों में सिपेज आ गया है। यदि पानी निकासी नही किया गया तो मकान गिरने का खतरा बना रहेगा जिससे जन-धन की हानि हो सकती है। 28 जून 2023 को पटवारी जाँच पर गया था मैं घर पर नही था पटवारी के बुलाने पर शाम को 05:30 बजे पंचायत में गया। विवरण पटवारी के समक्ष रखा उसी समय ग्राम सरपंच रामस्वरूप साहू ने तहसीलदार में शिकायत को लेकर धमकी देकर बहस करने लगा। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण वापस घर आ गया। उसी बीच में हल्ला करते हुए ग्राम सरपंच एवं उनके कुछ आदमी थाना में जाकर एवं राजनीतिक दबाव करके रात्रि में साढ़े 10 बजे झूठा एफआईआर. दर्ज कराकर धारा लगा दिया।
किराये की दुकान में चला रही थी दुकान, समिति और सरपँच ने बंद कराई पार्लर की दुकान
02 जुलाई 2023 को रात्रि में 10 बजे बैठक रखी गई जिसमें ग्राम समिति एवं सरपंच द्वारा मेरी पुत्री का पार्लर दुकान को बंद करा दिया। जिससे किराये से चला रही थी एवं मकान के मालिक को रात्रि बैठक में बुलाकर उसे धमकी दिया एवं दबाव किया कि उन लोगों को बाईकाट छोड़ागया है। जिसे तुम दुकान किराये पर दिये हो उसे बंद करा दो नहीं तो जितना पेशी का खर्चा होगा तुमको देना होगा। मेरी पुत्री का इलाज पार्लर से ही चल रहा था जिसमें प्रतिमाह लगभग 4 हजार लगता है जो कि सिकलीन पेसेन्ट है जिसका इलाज एम्स रायपुर में चल रहा है।
कुछ लोगो द्वारा मेरे परिवार के खिलाफ कर रहे षडयंत्र
शर्मा ने बताया किब2008 से लेकर अभी तक बाईकाट किया गया है एवं मानसिक प्रताड़ना से प्रताडित किया जा रहा है। हमारी रोजी रोटी कथा पूजा बंद करा दिया गया है। तो भी शांतिपूर्वक है । किन्तु हमें परेशान करने के लिए कुछ न कुछ इन लोगों द्वारा षड़यंत्र किया जाता है। एवं गांव में कोई व्यक्ति हमारे पक्ष में गवाह न दे इस तरह नीति बनाकर गांव के लोगों में दबाव डाला गया है। कि जो व्यक्ति हमारे पक्ष में गवाह देगा उसे भी गांव से बहिष्कृत कर अर्थदण्ड लिया जावेगा। पीड़ित परिवार ने पानी निकासी नाली को चालू करवाने और बाईकॉट से मुक्ति दिलाने की मांग शासन प्रशासन किया है।