रायपुर/बालोद-जिले में पिछले चार दिनों से रूक-रूककर बारिश हो रही थी।मौसम खुलने के साथ अब खरीफ खेती-किसानी में तेजी आ गई है।किसान व मजदूर रोपाई की तैयारी में जुट गए है। वहीं किसान अपने खेतों में लाईचोपी पद्धति से धान फसल लेने बीज का छिड़काव कर रहे हैं।
आषाढ़ माह के अंतिम सप्ताह में रविवार से रिमझिम बारिश की शुरूआत हुई, जो रूक-रूककर पिछले चार दिनों से जारी है. लगातार वर्षा होने से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो गई थी।अच्छी बारिश से खेत-खलिहान, मैदान, सड़क व गलियों में पानी भर गया है, इससे लोगों की दिक्कतें बढ़ गई है. अंचल में हो रही बारिश से परेशान किसान व लोगों को बारिश थमने का बेसब्री से इंतजार था। 28 जून की सुबह बारिश होती रही, लेकिन दोपहर के बाद बारिश का सिलसिला थम गई. बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।लोगों की दिनचर्या पटरी पर लौटने के साथ शहर में रौनक आ गई।वहीं बारिश थमते ही खरीफ खेती-किसानी की तैयारी में किसान व मजदूर जुट गए।बोर सिंचाई सुविधा संपन्न किसानों के खेतों में बारिश से पानी भरने के बाद वे जोताई करा रहे हैं, ताकि तेजी के साथ अपने खेतों में नर्सरी लगा सके. जोताई होने के साथ अब सप्ताह दिन के भीतर खेतों में रोपाई शुरू हो जाएगी. वनांचल समेत मैदानी क्षेत्रों में बोता की तैयारी दु्रत गति से जारी है. कई किसान अपने खेतों में धान का छिड़काव कर रहे हैं, तो कई पहले से कर चुके हैं. मौसम खुलने व धूप खिलने के बाद बोआई में भी तेजी आएगी. उल्लेखनीय है कि जिले में 1 लाख 77 हजार 660 हेक्टेयर में धान फसल का लक्ष्य है। लक्ष्य की पूर्ति करने अंचल में खेती-किसानी ने जोर पकड़ लिया है। ओवरऑल जून में जिले में 274.7 मिमी बारिश हो चुकी है। जो सामान्य(183 मिमी) से 91.7 मिमी ज्यादा है। वहीं जून का कोटा 183.3 मिमी है। इससे ज्यादा 91.4 मिमी बारिश हो चुकी है। भू-अभिलेख शाखा के अनुसार 27 जून को ही रिकॉर्ड 145.8 मिमी, 28 जून को 99.9 मिमी, कुल दो दिन में 245.7 मिमी बारिश हुई थी। जो निर्धारित कोटा से ज्यादा है। गुरुवार को बारिश थमने के बाद लोगों को हल्की गर्मी व उमस महसूस हुई। अधिकतम तापमान 29 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहा।