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बालोद जिले का अयस्क नगरी अब बन रहा खिलाड़ियों का खदान…..नगर के दो और खिलाड़ियों ने कराते में लहराया परचम

बालोद। बालोद जिले की लौह नगरी दल्ली राजहरा को लौह अयस्क और प्रतिभावान खिलाड़ियों की खदान कहा जाना अतिश्योक्ति नहीं होगी । दल्लीराजहरा  से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि पाने वाले कई खिलाड़ीयों ने नगर और जिले सहित राज्य का नाम रोशन किया है, इसी क्रम में राजहरा कराते क्लब के सीनियर खिलाड़ी किशन विभार ने 21 से 23 जून तक नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए आल इंडिया कराते फेडरेशन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कराते चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और ओपन कुमीते में कांस्य पदक जीत कर दल्ली राजहरा सहित पूरे जिले और प्रदेश का मान बढ़ाया वहीं राजहरा क्लब के दूसरे सीनियर खिलाड़ी समीर सेन ने इस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त कर अपनी पहचान एक श्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में बनाई नगर को गौरवान्वित किया ।
कांस्य पदक विजेता किशन विभार और देश में चौथा स्थान प्राप्त करने वाले समीर सेन का राजहरा आने पर क्लब के अन्य सदस्यों द्वारा भव्य स्वागत किया गया । दोनो खिलाड़ियों ने इस उपलब्धि को प्राप्त करने के पीछे माता पिता का आशीर्वाद और राजहरा के सीनियर कराते खिलाड़ी और कोच खुर्शीद आलम की कड़ी मेहनत और साथ में प्रेक्टिस करने वाले साथियों का साथ बताया।
गौरतलब है कि ये दोनो खिलाड़ी बहुत ही गरीब परिवार से आते है, किशन जहां वेल्डिंग का काम कर अपने परिवार का पालन पोषण करता है, वहीं समीर बिजली वायरिंग का काम करता है । रोज कमाने और रोज खाने वाले ये होनहार खिलाड़ी समय निकालकर प्रेक्टिस कर जब तीसरा और चौथा स्थान प्राप्त कर सकते है तो यदि स्थानीय बीएसपी प्रशासन और राज्य सरकार सहित जिला प्रशासन थोड़ा सा ध्यान देकर इनकी मदद कर दे तो आने वाले समय में ये ही बच्चे पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन करते हुए गोल्ड मैडल लाने की ताकत रखते है ।
कोच खुर्शीद आलम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु इन दोनो बच्चों की तैयारी का जिम्मा मैंने लिया है, नगर के गणमान्य नागरिकों के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भेजने के लिए जो भी खर्च होगा उसकी पूर्ति करने की कोशिश की जाएगी ।

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