प्रदेश रूचि

बड़ी खबर :- NH30 में भीषण सड़क हादसा,दुर्घटना में 4 लोगो की हुई मौतदेखिए कलेक्टर साहब बालोद आरटीओ की मेहरबानी से अनफिट बसों की बढ़ी रफ्तार… इधर बालोद परिवहन संघ ने भी सांसद के पास रख दी अपनी मांगकुसुमकसा समिति प्रबंधन ने निकाला था फरमान: 50% बारदाना किसानों को लाना होगा, विरोध में जनपद सदस्य संजय बैस आए सामने, प्रबंधन ने फैसला लिया वापसस्वच्छता दीदीयो द्वारा धरना प्रदर्शन कर अंतिम दिन रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापनउप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ केक काटकर अपने जन्मदिन की शुरुआत की..वही बालोद जिले के भाजपा नेताओ ने भी लोरमी पहुंचकर दिए बधाई


मोदी सरकार के खाद्य अधिकारी छत्तीसगढ़ में खेल रहे वसूली का खेल..भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों के भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं करती ईडी- धनंजय ठाकुर

रायपुर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने छत्तीसगढ़ राइस मिलर एसोसिएशन द्वारा एफसीआई और मोदी सरकार के उपर लगाए गए करोड़ों की अवैध वसूली के आरोप पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि मैं खाऊंगा ना खाने दूंगा कहने वाले नरेन्द्र मोदी सरकार की यह असली हकीकत है। मोदी की सरकार में ऊपर से नीचे तक बेतहाशा वसूली और खाने, खिलाने का खेल चल रहा है। भारतीय खाद्य निगम के अधिकारी गिरोह बनाकर प्रदेश के राइस मिलरों से प्रति 29 मिट्रिक चावल स्वीकृत करने के एवज में 7500 रुपये की अवैध वसूली कर रहे हैं और साथ ही एफसीआई के परिवहन बिल में एवरेज 3 प्रतिशत राशि, एफआरके निर्माताओ से 5 प्रतिशत व राईस मिलर के एफआरके के बिल को पास करने हेतु 2 प्रतिशत की अतिरिक्त अवैध वसूली की जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक यह वसूली की रकम छत्तीसगढ़ के 150 करोड़ से उपर की है। पूरे देश भर में वसूली का यह आंकड़ा हजारो करोड़ के ऊपर है। ईडी केन्द्र सरकार के इस भ्रष्टाचार की जांच का साहस क्यों नहीं दिखाती।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धंनजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राइस मिलरों द्वारा वसूली का विरोध किए जाने पर भारतीय खाद्य निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि ऊपर तक पैसा देना पड़ता है। यह वसूली का पैसा कितने ऊपर तक जा रहा हैयह जांच का विषय है। प्रदेश के राइस मिलर खाद्य अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने और ईडी, सीबीआई से जांच करने की मांग भी कर रहे हैं। मोदी सरकार द्वारा प्रदेश में भेजे गए ईडी के अधिकारी मोदी सरकार के खाद्य अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं करते ? इस प्रबंधित अवैध वसूली से समझ में आता है कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा वाली बात केवल भाषणों तक सीमित है और मोदी सरकार ने पूरे देश में अपने अधिकारियों को वसूली के लिए खुली छूट दे रखी है।

बड़ी खबर:- चांवल लॉट पास कराने के लिए मिलरो से हुई 150 करोड़ की वसूली मामले में केंद्रीय मंत्री ईडी सहित अन्य जांच एजेंसी को इस मिलर ने लिखा पत्र… इधर छग के खाद्य मंत्री ने क्या कहा पढ़े पूरी खबर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!