इसके लिए उन्होंने सिविज सर्जन को प्रत्येक माह ड्यूटी चार्ट बनाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि बिना विधिवत छुट्टी स्वीकृति के कोई भी डाॅक्टर एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी अपने कार्य से अनुपस्थित न रहे। यदि वाजिब कारणों से डाॅक्टर एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने पर उनके कक्ष के बाहर इसकी जानकारी भी प्रदर्शित कराने को कहा।
कलेक्टर शर्मा ने अस्पताल के रजिस्ट्रेशन कांउटर में पहुंचकर रजिस्ट्रेशन के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों से बातचीत कर रजिस्ट्रेशन पर्ची हेतु उनसे लिए गए कुल शुल्क के संबंध में भी जानकारी ली। मरीजों ने कलेक्टर को रजिस्ट्रेशन पर्ची के लिए 10 रुपये की राशि जमा करने की जानकारी दी। इस दौरान श्री शर्मा ने अस्पताल के ओपीडी, मेडीसिन विशेषज्ञ कक्ष आदि का निरीक्षण कर अस्पताल के व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डाॅक्टरों एवं अन्य चिकित्सा कर्मीयों की उपस्थिति पंजी का भी अवलोकन किया एवं नियमित रूप से पंजी संधारित करने तथा डाॅक्टरों की अनुपस्थिति में अन्य डाॅक्टरों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एनसीडी कक्ष में पहुंचकर ड्यूटी में तैनात चिकित्सक डाॅ. बीएल रात्रे से बातचीत कर प्रतिदिन जाँच के लिए आने वाले मरीजों के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बी.पी. जाँच करा रहे मरीजों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना और डाॅक्टरों के द्वारा दिए गए पर्ची को संभाल कर रखने को कहा। श्री शर्मा ने स्वास्थ्य जाँच के लिए अस्पताल पहुंचे गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम चीचबोड़ के बुजुर्ग व्यक्ति श्री कृपाराम साहू से बातचीत कर उनका हालचाल पूछा। श्री शर्मा ने बुजुर्ग कृपाराम को अस्पताल में मरीजों को निःशुल्क दवाईयां मिलने की भी जानकारी दी। कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित चिकित्सकों को कृपाराम का ईसीजी एवं शूगर जाँच करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर के मधुर एवं आत्मीय व्यवहार से मरीज एवं उनके परिजन अभिभूत हो गए।
इस दौरान कलेक्टर ने अस्पताल के स्पर्श क्लीनिक, शिशु रोग विशेषज्ञ कक्ष, फिजियो थेरेपी कक्ष, नैदानिक मनोविज्ञान कक्ष, अस्थि रोग विभाग आदि का भी निरीक्षण किया।
कलेक्टर शर्मा ने अस्पताल के महिला एवं पुरुष शौचालय का निरीक्षण कर सिविज सर्जन एवं अधिकारियों को साफ-सफाई समूचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने पैथालाॅजी लैब, एक्स-रे कक्ष का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सिविल सर्जन एवं चिकित्सकों को डीजीटल एक्स-रे के कार्य को सक्रिय करने के निर्देश दिए। श्री शर्मा ने अस्पताल के रसोई कक्ष का भी निरीक्षण कर मरीजों के लिए बनाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता का पड़ताल किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से मरीजों को प्रतिदिन प्रदान की जाने वाली भोजन एवं नाश्ता के संबंध में भी जानकारी ली। कलेक्टर ने मरीजों को प्रतिदिन गर्म एवं ताजा पौष्टिक भोजन एवं नाश्ता प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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