बालोद ,छत्तीसगढ़ की जनता को राजस्व संबंधी कामों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ेगा। अपने 8 सूत्रीय मांगों को पूरा कराने को लेकर प्रदेश भर के पटवारी आज से राजस्व पटवारी संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके चलते जनता को राजस्व संबंधी कामों के लिए समस्या उठानी पड़ेगी। प्रदेश भर के पटवारी काम बंद करने के अलावा तहसील मुख्यालयों में धरने पर भी बैठ गए हैं।तो वही बालोद जिले के पटवारी जिला मुख्यालय धरना स्थल नया बस स्टैंड पर धरने पर बैठे है।
राजस्व विभाग के कामों के लिए पटवारी महत्वपूर्ण अंग होता है। पटवारी को राजस्व विभाग के रीढ़ की हड्डी माना जाता है। पटवारी संघ लगातार अपनी 8 सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए ज्ञापन दे रहा है। इसके लिए प्रदेश भर के पटवारियों ने पिछले महीने राजधानी रायपुर में जमा होकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया था। एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया था। बावजूद इसके मांगे पूरी ना होने के चलते आज से प्रदेश भर के पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। प्रत्येक तहसील मुख्यालयों में पटवारी संघ धरने पर बैठे हैं। पटवारियों के चले जाने से जनता को राजस्व संबंधी काम नक्शा, बी-वन खसरा बनवाने, जाति,आमदनी, निवास के लिए सत्यापन करवाने, ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट बनवाने जैसी मूलभूत कामों के लिए परेशान होना होगा। व शासन के द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था ना होने या पटवारियों की जल्द हड़ताल ना खत्म होने पर भटकना पड़ेगा।
यह है 8 सूत्रीय मांगे:-
1-वेतन विसंगति दूर करते हुए ग्रेड पे 2800 किया जाए।
2-राजस्व निरीक्षक पद पर वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति किया जाए।
3-संसाधन एवं नेट भत्ता दिया जाए।
4-महंगाई के अनुरूप स्टेशनरी भत्ता दिया जाए
5-अतिरिक्त हलके के प्रभार का मानदेय में बढ़ोतरी किया जाए। 6-पटवारी भर्ती हेतु योग्यता स्नातक किया जाए।
7- मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त किया जाए।
8- बिना विभागीय जांच के प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज न किया जाए।