बालोद-वृक्षों के अंधाधुंध कटान से मानव जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। गर्मियों में पारा 40-45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है। आग उगलती जमीन और सिर पर सूर्यदेव की तपिश से बचने के लिए पेड़ों की छाया ढूंढी जाती है। लेकिन शहर के चारों ओर हो रही पेडों की अंधाधुंध कटाई के कारण छाया दूर तक नसीब नहीं होगी। हरे-भरे वृक्षों को भूमाफिया पहले काटई कर प्लॉटिंग कर रहे हैं और फिर वहां पर पौधे लगाने की सुध भूल जाते हैं जिसका खामियाजा आसपास रहने वालों को भुगतना पड़ रहा है।
हालाकि है कि पेड़ मरते जा रहे हैं और जिला प्रशासन इस विनाश को होते देख रहा है। वह दिन दूर नहीं जब जिले में दूर तक पेड़ नहीं दिखेंगे। जानकारी के अनुसार जिलेभर में साल दर साल सैकड़ों एकदूसरे में हरे-भरे पेडों को काटकर मैदान तैयार कर वहां पर प्लॉटिंग का व्यापार किया जा रहा है। व्यपार में अंधे हो चुके इन माफियाओं द्वारा अपने मुनाफे के लिए खेतों में लगे पेड़-पौधे उजाड़ दिए जा रहा है। जबकि हर साल लगाए जाने वाले पौधे देखरेख के अभाव में सूख जाते हैं। बालोद नगर पालिका के वार्ड नंबर 20 पाररास मुक्तिधाम के पास अवैध कॉलोनी बनाने का काम चल रहा है निर्माण कार्य के लिए हरे भरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। यह क़ृषि भूमि है। माफिया द्वारा खेत पर हरे-भरे वृक्षों को काटकर मशीनाें से गिरा कर जमीन को समतल बनाया जा रहा है। नगर पालिका वार्ड 20 पाररास के मुक्तिधाम के पास के खेत मे अवैध कॉलोनी निर्माण का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है कॉलोनी निर्माण के लिए व हरेभरे वृक्षों की बलि दी जा रही है।
खेत मे लगे हरे भरे पेड़ो को जेबीसी से उखाड़कर प्लाटिंग करने की तैयारी कर रहे माफिया
जानकारी के अनुसार वार्ड 20 पाररास मुक्तिधाम के पास नाला के बगल में ही प्लाटिंग करने की तैयारी की जा रही है। नाले के बगल में काफी बड़े इलाके में लगे हरे-भरे पुराने पेड़ों को भूस्वामी वन विभाग या फिर जिला प्रशासन से बिना कोई अनुमति लिए ही काफी बड़े स्तर पर नष्ट कर रहे हैं। वर्तमान में ही पेड़ों को नष्ट करने का काम किया जा रहा है। पेड़ों को जेसीबी मशीन से खुलेआम उखाड़ा जा रहा है, ऐसा करने वालों को प्रशासन का कोई खौफ नहीं है। कहीं न कहीं प्रशासन की उदासीनता का फायदा उठाया जा रहा है। और जिम्मेदार अधिकारी निष्क्रिय बने हुए हैं। यदि इसी तरह हरित पट्टी पर अवैध निर्माण होते रहे और पेड़-पौधों नष्ट होते रहे तो आने वाले दिनों में जन समस्या खड़ी हो सकती है।
वही ऐसा ही मामला बालोद जिला मुख्यालय स्थित गौशाला के पीछे अवैध प्लाटिंग के नाम पर प्रतिबंधित अर्जुन पेड़ो की बलि चढ़ाने की बात सामने आ रही है बहरहाल जिले में फिर से बढ़ते अवैध प्लाटिंग पर पढ़ते रहे प्रदेशरुचि