प्रदेश रूचि

कुसुमकसा समिति प्रबंधन ने निकाला था फरमान: 50% बारदाना किसानों को लाना होगा, विरोध में जनपद सदस्य संजय बैस आए सामने, प्रबंधन ने फैसला लिया वापसस्वच्छता दीदीयो द्वारा धरना प्रदर्शन कर अंतिम दिन रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापनउप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ केक काटकर अपने जन्मदिन की शुरुआत की..वही बालोद जिले के भाजपा नेताओ ने भी लोरमी पहुंचकर दिए बधाईपांच दिनों के शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद ट्रांसपोर्टरों का बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन…… माइंस की गाड़ियों को रोक किया चक्काजाममुख्यमंत्री साय अब ट्रेन से भी करेंगे राज्य के विविध क्षेत्रों का दौरा….बिलासपुर में आयोजित कवि सम्मेलन सुनने अमरकंटक एक्सप्रेस से हुए रवाना…मुख्यमंत्री ने कहा – ट्रेन से यात्रा का आनंद ही अलग होता है


बिहान से जुड़े महिला समूहों ने अपने पांच सूत्रीय मांगो को लेकर निकाली रैली…बोले मांगे पूरी नहीं हुई तो 17 अप्रैल को करेंगे कलेक्ट्रेट घेराव

बालोद-राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक बिहान (छग राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन) को जमीनी स्तर पर क्रियावयन कर बिहान समूह से जुड़ी महिलाएं पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है।

अनिश्चितकालीन हड़ताल के 26 वे शनिवार को शहर में रैली निकाली। बिहान महिला समूह की महिलाएं 17 अप्रैल को नया बस स्टैंड से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुचकर कलेक्ट्रेट का धेराव करने की चेतावनी शासन प्रशासन को दिया हैं।बिहान समूह अध्यक्ष डौली साहू, सचिव हेमा साहू, कोषाध्यक्ष प्रतिभा देशमुख, सलाहकार महेश्वरी ठाकुर ने कहा कि पांच वर्षों से महत्वपूर्ण योजना का सफलतापूर्वक संचालन करने के बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बिहान समूह से जुड़ी महिलाओं के मानदेय में वृद्धि, उन्हें नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान करने, प्रतिमाह मानदेय देने, नियमितीकरण एवं निवास से कार्य स्थल आने जाने, यात्रा भत्ता प्रदान करने की मांग की है।समूह की सदस्य सुनीत खुटे, देहुती सोनकर, तोमेश्वरी सिन्हा, विनिता पांडे, सीमा यादव, उषा कोमटे, ओमलता देशमुख, कांति, नीलू, इंदरबती, नीतू साहू, सर्वेश्वरी ने कहा कि जनपद से ग्राम पंचायत, ग्रामीण स्तर पर शासन की विभिन्न योजनाओं को अंजाम दे रहे हैं। स्वयं सहायता समूह गठित कर आजीविका गतिविधियां, कृषि, गौठान, चारागाह, बाड़ी विकास, मनरेगा अभिशरण, बीमा सहित अन्य कार्य शामिल है। इसके बाद भी शासन उन्हें नाममात्र का मानदेय दे रहा है। समूह से जुड़ी पीआरपी का वेतन 22 हजार रुपए, एफएलसीआरपी 15 हजार रुपए, आरबी के 8 हजार रुपए, बैंक मित्र 8 हजार रुपए, सीआरपीईपी 8 हजार रुपए, सीआरपी 5 हजार रुपए, पशु सखी 5 हजार एवं कृषि सखी से जुड़ी महिलाओं को वेतन-मानदेय दिया जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!