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बीएसपी प्रबंधन की दादागिरी का मामला आया सामने :- मंदिर तोड़ने से मना किए तो पंडित और महिलाओं से मारपीट और झूमा झटकी पर हुए उतारू…इससे पहले भी आ चुका ऐसा मामला

 

भिलाई। भिलाई में बीएसपी प्रबंधन और उनके अधिकारियों की खुलेआम दादागिरी और गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगो के अनुसार पहले बीएसपी के अधिकारी सिर्फ गरीब लोगों के घर खाली करवाते थे। लोगों की दुकानें तोड़ देते थे। लेकिन अब बीएसपी के अधिकारी मंदिरों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। सिर्फ यही नहीं पंडितों और महिलाओं के साथ मारपीट और हाथापाई में उतरा है। लगातार बीएसपी के अधिकारियों के द्वारा इस तरह की खुलेआम दादागिरी से शहर में दहशत का माहौल निर्मित होने लगा है। टाउनशिप की जनता इन अधिकारियों की मनमानी से पूरी तरह से परेशान हो चुकी है। शासन प्रशासन भी इन गुंडागर्दी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रहा। इस लिए इनके हौसले बढ़ते जा रहे हैं और इनकी गुंडागर्दी भी बढ़ते जा रही है।

ऐसी ही एक बेहद शर्मनाक मामला शनिवार की सुबह सुबह प्रकाश में आया है। सुबह बीएसपी के अधिकारियों की टीम अचानक से सेक्टर 9 स्थित हनुमान जी के मंदिर पहुंचे। और यहाँ मंदिर
परिसर में धार्मिक आयोजन के लिए भक्तों के लिए बन रहे डोम शेड निर्माण कार्य को रोकने तोड़ फोड़ करने लगे। इसे देख कर जब पंडितों और मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे महिलाओं ने रोकने का प्रयास किया,तो अधिकारियों ने पंडितों और महिलाओं के साथ झूमा झड़की की और फिर अधिकारियों ने उनपर हाथ भी उठा दिया। पंडितों और महिलाओं के साथ मारपीट भी की। इससे क्षेत्र के नागरिकों में आक्रोश फैल गया।

पहले भी तोड़ चुके है मंदिर

बीएसपी प्रबंधन का यह पहला दादागिरी नहीं है। इससे पहले भी वे सेक्टर 8 स्थित मंदिर को जबरदस्ती तोड़ चुके हैं। जबकि वहां के वार्ड वासियों ने उस मंदिर को बनाया था। वहां वार्ड के नागरिक रोज सुबह शाम पूजा करने जाते थे, लेकिन लोगों की धार्मिक भावनाओं की भी कदर नहीं की और बीएसपी प्रबंधन ने जेसीबी से मंदिर को तोड़ दिया था। जिससे पूरे क्षेत्र के नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा था और लोगों में आक्रोश फैल गया था। बाद में बीएसपी प्रबंधन ने अपनी गलती मानी और सार्वजनिक रूप से माफी मांगे थे। बीएसपी के अधिकारियों की इस तरह की दादागिरी से साम्प्रदायिक माहौल खराब हो रहा है।

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