बालोद-जिले के दल्लीराजहरा व्यापारी संघ ने नगर के विकास को लेकर गुरुवार को दूसरे दिन भी रात साढ़े 7 बजे से 8 बजे तक राजहरा के व्यपारियो व आम लोगो ने ब्लैक आउट लाइट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया ।बुधवार को राजहरा में व्यपारियो व आम लोगो ने मोटरसाइकिल रैली निकाली थी, वहीं धरना प्रदर्शन, मशाल रैली, चक्काजाम, अनिश्चितकालीन व्यापार बंद जैसे अन्य आंदोलन होंगे। इसके लिए संघ ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। नगर के विकास को लेकर आयोजित रैली में व्यापारी बंधुओं के साथ विभिन्न राजनीतिक संगठन व नगरवासी भी रैली में शामिल हुए थे। गुरुवार को शाम 7:30 से 8 बजे तक ब्लैक आउट लाइट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
करोड़ों की रायल्टी देने वाला राजहरा खो रहा अस्तित्व
राजहरा व्यापारी संघ अध्यक्ष गोविंद वाधवानी ने कहा कि दल्लीराजहरा के गर्भ से निकले लौह अयस्क से भिलाई इस्पात संयंत्र ने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। छत्तीसगढ़ को आर्थिक प्रगति प्रदान की। करोड़ों की रॉयल्टी देने वाला राजहरा नगर शासन, प्रशासन की उदासीनता के चलते अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। इसका असर व्यापार पर भी देखने को मिल रहा है।
एक नहीं हुए तो खंडहर बन जाएगा राजहरा
उन्होंने कहा कि नगर की स्थिति दयनीय हो चुकी है। अब हम सभी नगरवासी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपने नगर को बचाने के लिए एक नहीं हुए तो वो दिन दूर नहीं जब पूरा नगर खंडहर में तब्दील हो जाएगा।
रेल विभाग से मांग
रेलेवे भूमि पर 70 साल से बसे हुए लोगों को पट्टा प्रदान किया जाए, दल्लीराजहरा में वाशिंग यार्ड का निर्माण कराया जाए, दल्लीराजहरा से 3 दिन चलने वाली डेमू पैसेंजर ट्रेन को प्रतिदिन बिलासपुर तक चलाएं, अंतागढ़ से रायपुर तक प्रतिदिन चलने वाली डेमू पैसेंजर ट्रेन में बोगियों की संख्या बढ़ायी जाए, जगदलपुर से रावघाट रेल लाइन निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया जाए, दल्लीराजहरा से चंद्रपुर महाराष्ट्र तक रेल लाइन निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया जाए, दुर्ग से चलने वाली ट्रेनों को दल्लीराजहरा से चलाया जाए, रिजर्वेशन काउंटर को बढ़ाते हुए आरक्षण काउंटर का समय बढ़ाया जाए, दुर्ग से चलने वाली ट्रेन को अंतागढ़ से नागपुर विशाखापट्टनम चलाने की मांग की गई।बालोद-दल्लीराजहरा संयुक्त जिला कर इसके कुछ विभागों राजहरा में लाने, बायपास सड़क का निर्माण, जल आवर्धन योजना, 100 बिस्तर अस्पताल का निर्माण शीघ्र किया जाए, नगर के 270 व 130 एकड़ भूमि पर बसे लोगों को नि:शुल्क रजिस्ट्री कराकर स्थायी पट्टा प्रदान किया जाए, दल्लीराजहरा को पूर्ण तहसील की स्थापना की जाए, राजहरा के डेम साइड, बोरडीह डेम व अन्य क्षेत्र को पर्यटक क्षेत्र के रूप में विकास करने कुछ मांग पूरी होने की बात की गई।