रायपुर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी के द्वारा सदन में जो सवाल उठाए गए उन सवालों के जवाब देने से मोदी सरकार बचती रही है। प्रधानमंत्री के द्वारा सदन में दी गई एक घंटा तेरह मिनट के भाषण में सिर्फ झूठ की ख्याली पकवान ज्यादा थी। मोदी सरकार अपनी उपलब्धि बताने में पूरी तरह नाकाम रही है और मोदी के परम मित्र के फ्रॉड पर देश की जनता का ध्यान हटाने बेतुकी बातें कही गई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हमेशा की तरह आज एक बार फिर मोदी सरकार ने देश के सर्वोच्च सदन से देश की जनता को गुमराह करने का काम किया है। हिडनबर्ग खुलासे के बाद अडानी के घपलेबाजी पर प्रधानमंत्री की राय देश की जनता जानना चाहती थी। जेपीसी की जांच की घोषणा की उम्मीद थी लेकिन प्रधानमंत्री ने देश को निराश किया अडानी को खुश। आम जनता की मूलभूत समस्याओं बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, गिरती अर्थव्यवस्था, बिकती सरकारी कंपनियां पर जनता जवाब चाह रही थी। अडानी के हेराफेरी उजागर होने के बाद जनता को बैंक एवं एलआईसी में फंसी अपनी गाढ़ी कमाई डूबने की चिंता सता रही है उसका जवाब चाह रही थी। लेकिन प्रधानमंत्री जी जनता की चिंता का निवारण नहीं कर पाए। देश की जनता प्रधानमंत्री से अडानी के हेराफेरी के संदर्भ में जवाब सुनना चाह रही थी और मोदी सरकार उनके मंत्री एवं सांसद अडानी को क्लीन चिट देते नजर आये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 2014 के पहले डबल डिजिट में महंगाई होने का आरोप लगाया और आज महंगाई कम होने का दावा किया जबकि सच्चाई यह है 2014 के पहले जो कांग्रेस सरकार में ₹410 का रसोई गैस का सिलेंडर मिलता था आज वह 1153 रुपए में मिल रहा है, ₹40 किलो का आटा ₹65 किलो में मिल रहा है, पेट्रोल-डीजल में लगने वाले टैक्स आज दोगुना और तिगुना वसूला जा रहा है, 2014 के पहले जिन हाथों में रोजगार था ऐसे 23 करोड़ हाथों से रोजगार छीना गया है, बेरोजगारी के मामले में देश 45 साल पुराने हालात में है। बीते 9 साल में देश के ऊपर 153 लाख करोड़ का कर्ज बढ़ गया है, बैंक डिफाल्टर देश छोड़कर भाग रहे हैं, ट्रेन के टिकट के दाम दोगुना और 3 गुना हो गए, दूध, दही पर पांच पर्सेंट जीएसटी लिया जा रहा है ऐसे में प्रधानमंत्री जी के द्वारा 2014 के पहले देश की हालत खराब होना कहना सरासर झूठ है। देश की जनता भारतीय जनता पार्टी के इस चरित्र को समझ गई है।