बालोद-जिला मुख्यालय से 3 किमी दूरी पर स्थित
ग्राम झलमला में गंगा मैया मंदिर के पास अरवा राइस मिल रहवासियो और ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन चुका है। मिल से निकलने वाले काले धुएं व भूसा के घरों में भरने से ग्रामवासी परेशान हैं। ग्राम झलमला में बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के अवैध रूप से संचालित अरवा मिल को बंद करने की मांग को लेकर सोमवार को सैकड़ो ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर उक्त अरवा मिल को तत्काल बंद नही किया गया तो चक्काजाम करने की चेतावनी प्रशासन को दिया हैं। वही ग्रामीणो के इस विरोध के बाद खाद्य विभाग के भी बड़ी लापरवाही सामने आया है क्योंकि बिना पंचायत के अनापत्ति के लाइसेंस की प्रक्रिया भी पूरी नहीं होती ऐसे में बिना लाइसेंस राइस मिल का संचालन खाद्य विभाग के सांठगांठ की भी पोल खोल रही है।
बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के संचालित अरवा राइस मिल
ज्ञापन में बताया कि ग्राम झलमला में गंगा मैया मंदिर के पास अरवा राइस मिल के मालिक अजय जैन बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के संचालित हैं।जिसके कारण आस पास वृहद आवासीय क्षेत्र है जिससे धुल एवं ध्वनि प्रदुषण में आस पास के रहवासी बेहद परेशान है एवं गंगा मैया मंदिर परिसर में प्रदुषणनफैलता है व दर्शनार्थी प्रदुषण से भी परेशान हो रहे हैं उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ता हैं।मिल को बंद करने की मांग लंबे समय से चली आ रही लोगों की मांग पर अफसरों का केवल आश्वासन ही मिल रहा है। आज तक प्रदूषण फैलाने वाले अरवा मिल पर शासन प्रशासन ने कोई ठोस कार्यवाही नहीं की है जिसके चलते मिलर के हौसले बुलंद है| वही प्रदूषण का खामियाजा जनता को अपने स्वास्थ्य व जमीन को खराब कर भुगतना पड़ रहा है| राइस मिल के संचालक द्वारा शासन के नियमों को दरकिनार कर मिल संचालित किया जा रहा हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां शासन के नाक के नीचे शासकीय नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
राइस मिल को बंद नही किया गया तो ग्रामीण करेंगे चक्काजाम
गंगा मैया मन्दिर के पास ही राइस मिल से निकलने वाले धुंए फैलता है व दर्शनार्थी प्रदुषण से भी परेशान हो रहे हैं उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।ग्रामीणों ने प्रशासन से सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए तत्काल इस मिल को बद कराने की मांग किया हैं यदि उक्त मिल को प्रशासन जल्द ही कार्यवाही नहीं करने पर ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम करने की चेतावनी दिया हैं।इस दौरान ग्राम समिति अध्यक्ष प्रभु पटेल,उपाध्यक्ष कुंती पटेल,गिरधर पटेल,आदित्य दुबे,छन्नूराम, हरकुराम,नारायण,युवराज पटेल,बीरेंद्र पटेल,लालचंद सहित बड़ी सख्या में महिलाएं व पुरुष शामिल रहे।