बालोद – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महात्मा कबीर की प्रासंगिकता हर युग में है। उन्होंने कहा कि कबीर साहेब की योगदान समाज में अतुलनीय है। उन्होंने समाज में व्याप्त बुराईयों का पूरी दृढ़ता के साथ प्रतिकार किया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने कबीर साहेब की सुक्ति का उल्लेख करते हुए कबीर साहेब ने पाखण्ड को लताड़ते हुए यह साबित करने का प्रयास किया कि इस संसार में प्रेम, सौहर्द्र, आपसी भाईचारे तथा मनुष्यता से बड़ा कोई दूसरी चीज नहीं है। प्रत्येक मनुष्य में सभी के प्रति प्रेम और सद्भाव होना चाहिए और वर्तमान समय में कबीर की आवश्यकता सबसे अधिक है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बालोद जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम भालुकोन्हा में आयोजित सद्गुरू कबीर स्मृति महोत्सव में अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे। श्री बघेल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम में महिला एंव बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया, संसदीय सचिव व गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, विधायक संजारी-बालोद संगीता सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा सहित संत श्री निष्ठा साहेब, आचार्य मंगल साहेब, संत श्री गुरूभूषन साहेब एवं अन्य संत व अतिथिगण उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नवा रायपुर में कबीर शोध संस्थान की स्थापना करने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने ग्राम भालुकोन्हा स्थित कबीर आश्रम परिसर में सत्संग भवन, ध्यान केन्द्र एवं सांैदर्यीकरण के लिए 30 लाख रूपये, अहाता निर्माण के लिए 10 लाख रूपये तथा सी.सी.रोड निर्माण एवं सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20-20 लाख रूपये प्रदान करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम स्थल में कबीर साहेब के तैलचित्र की पूजा-अर्चना भी की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कबीर साहेब को अप्रितीम साहस के धनी बताते हुए कहा कि समाज में व्याप्त बुराईयों एवं अंधविश्वासों पर चोट पहुॅचाकर किसी भी जाति, धर्म एवं सम्प्रदाय के विषंगतियों का प्रतिकार करने का साहस केवल कबीर में ही था। उन्होंने कहा कि यदि हम सद्गुरू के बताए रास्ते पर चलते हैं तो निश्चित रूप से हमारा जीवन सफल हो जाएगा। श्री बघेल ने कहा कि महात्मा कबीर के उज्ज्वल कर्म एवं विचारों का ही प्रताप है कि आज हर जाति एवं धर्म के लोग कबीरपंथी हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कबीर साहेब से प्रेरणा लेकर राज्य की जनता की भलाई के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमारी सरकार ने कोरोना काल के विषम परिस्थितियों में लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था के अलावा जरूरतमंदो के लिए दो जून की रोटी की व्यवस्था जैसे अनेक जनहितैषी कार्य किया है। राज्य में गौमाता की सेवा सुनिश्चित करने तथा इसके माध्यम से आमजनता की आर्थिक स्थिति में सुधार करने हेतु गौठान का निर्माण किया है। इसके माध्यम से हम 02 रूपए किलो में गोबर खरीदी, गोमुत्र खरीदी जैसे उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, किसान न्याय योजना, लघु वनोपजों की खरीदी आदि योजनाओं के माध्यम से राज्य में आम नागरिकों, किसानों को समृद्ध करने का कार्य कर रहे हैं।
संसदीय सचिव व गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि हमारे अंचल में प्रवाहित हो रही कबीर साहेब कि ज्ञान की अविरल धारा में हम सभी को गोता लगाने का अवसर मिला। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त किया कि आज के घोर आधुनिकता के दौर में भी समाज वापस अपने जड़ांे की ओर लौट रहा है। इस अवसर पर संत श्री निष्ठा साहेब एवं अन्य संतों ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपस्थित लोगों को अपने अमृत वाणी रसस्वादन कराया। संत निष्ठा साहेब ने राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना तथा गोधन न्याय योजना आदि योजनाओं की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए इसे पूरे देश के लिए अनुकरणीय बताया। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं छत्तीसगढ़ सरकार का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस योजना के फलस्वरूप निश्चित रूप से हमारे बच्चे गौमाता का दुध पीकर स्वस्थ व बलशाली बनेंगे। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चंदन के पौध का रोपण भी किया। इस अवसर पर कलेक्टर कुलदीप शर्मा, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में संतजन एवं आम नागरिक उपस्थित थे।