बालोद-जिले के गुंडरदेही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत मोहंदीपाट से देवरी मार्ग में पूर्व विधायक राजेंद्र राय ने अर्जुंदा थाना में 4 नग पुल चोरी का रिपोर्ट दर्ज कर निष्पक्ष जांच करने की मांग किया था। जिस पर मामले को गभीरता को देखते हुए गुरुवार को रायपुर के अधिकारी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना मार्ग का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां पर ग्रामीणों ने बताया कि 4 नग पुल की स्वीकृति हुई थी। जिसको एसडीओ प्रभाकर गजभिए एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता बसंत पटेल के द्वारा पुल निर्माण नहीं कराया बल्कि केंद्र सरकार को पुल की राशि को वापस भेज दिया था।
जांच अधिकारी के समक्ष पहुचे ग्रामीण
जांच अधिकारी के समक्ष ग्रामीण एवं शिकायतकर्ता ने बताया 6 मीटर का पुल 20 साल पहले बना है। उसके साइड में मुख्य मार्ग पर 6 मीटर पुल की आवश्यकता है। अधिकारी की लापरवाही के चलते पुल निर्माण नहीं किया गया। जबकि ग्रामीणों ने बताया कि वहां पर बरसात में लगभग 4 फीट पानी सड़क के ऊपर बहता है जहां पर जांच टीम ने भी पुल की आवश्यकता महसूस की जा रही हैं। वही दूसरे मामला देवरी द के पास 20 साल पहले के पाइप पुल डला हुआ है जो डामरीकरण के समय सही मेंटेनेंस नहीं होने के कारण पहले ही बरसात में पानी ऊपर आने लगा। जिसके चलते विभाग के अधिकारियों ने उसके ऊपर कांकृटीकरण कर ली कुल मिलाकर केंद्र सरकार के द्वारा स्वीकृति चार पुल की आवश्यकता उस मार्ग में था। उपस्थित जांच अधिकारी एवं शिकायतकर्ता हुआ नेतागण उपस्थित जांच के दौरान राज्य गुणवत्ता निरीक्षक अशोक कुमार मंधान, कमल शर्मा अधीक्षण अभियन्ता छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण परियोजना मंडल दुर्ग मुकेश संतोषी, कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बालोद सुनील नामदेव, सहायक अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना गुण्डरदेही प्रभाकर गजभिए, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना गुण्डरदेही भूपेंद्र ध्रूव, पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय, भाजपा नेता पवन कुमार सोनबरसा, समाजसेवी भोजराज साहू, पूर्व सरपंच देवरी गोविंद नाथ साहू, गोकर्ण मेरहा, विश्व हिंदू परिषद प्रखंड अध्यक्ष भारत साहू मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ठेकेदार पर 420 के मुकदमे दर्ज हो -राजेन्द्र राय
शिकायतकर्ता पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय ने कहा पुल चोरी का रिपोर्ट दर्ज करवाए थे। उसमें दो करोड़ 19 लाख मंजूर हुआ था, इसमें यह हुआ था कि पटेल ने मनमर्जी की है चार पुल जो नहीं बनवाए हैं उसमें उन्होंने गांव वालों से सलाह ही नहीं ली। जिसमें दो बड़ा पुल और है चार पुल को जीरो कर दीया। बलवंत पटेल ने पैसा वापस कर दिया सरपंच और ग्रामीण लोग का कहना है कि क्यों पैसा वापस कर दिया दो करोड़ 19 लाख रुपए चाहिए काम का आर्डर हुआ। ठेकेदार जवाबदेही हो 420 का मुकदमा दर्ज हो, इसमें जनता के हित नहीं है। बिना अनुमति का शासन की राशि को वापस भेजना भ्रष्ट अधिकारी को सहमति देना जनता के हित में नहीं है।
राशि वापस क्यों किए इसके बारे में पूछताछ करेंगे
शिकायत में मूल रूप मे डीपीआर में चार स्ट्रक्चर नहीं बनाए हैं संयुक्त टीम ने निष्कर्ष किया है आज की स्थिति को देखकर नहीं लगता कि उसमें 6 फीट पानी बहा है शासन को राशि वापस क्यों भेजा गया हैं। राशि वापस क्यों किए इसके बारे में पूछताछ करेंगे
मुकेश संतोषी,सुपरिटेंडेंट इंजीनियर
राशि वापस करने को लेकर उच्च अधिकारी से लिखित में नही आया आदेश
सड़क निर्माण हुआ था वह उच्च अधिकारी के मार्गदर्शक में हुआ था। पर राशि वापस करने को लेकर उच्च अधिकारी से लिखित में आदेश नहीं आया है जरूरत नहीं था पुल निर्माण का राशि वापस कर दिया।
प्रभाकर गजभिए,एसडीओ