बालोद/देवरीबंगला – हम किसी पार्टी की बात नहीं करते हमें आरक्षण संविधान ने दिया है हम आदिवासी अपना हक मांग रहे हैं यदि कोई भी हमारे आरक्षण में छेड़छाड़ करेंगे तो उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रदेश में सरकार बनाना और बिगाड़ना आदिवासियों के हाथ में हैं। अखिल भारतीय आदिवासी हलबा हलबी महासभा के निर्देश पर ब्लॉक इकाई देवरी एवं सुरेगांव द्वारा आयोजित चक्का जाम को संबोधित करते हुए महासभा के अध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र महला ने उक्त उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पंच, सरपंच, विधायक, सांसद, कलेक्टर, एसपी व जितने पद पर बैठे आदिवासी समाज के लोग हैं वे आरक्षण की बदौलत ही बैठे हैं। हम आज अधिकार को प्राप्त करने रोड में बैठे हैं। जब नारी शक्ति अपने परिवार सहित घर से निकलती है तो क्रांति आ जाती है। हलवा आदिवासी समाज ने आज ताकत दिखाई है।
विधानसभा में यदि आरक्षण 32% नहीं किया तो आंदोलन तेज करेंगे। सामने चुनाव हैं यदि आवश्यकता पड़ने पर सरकार बदल देंगे। सरकार भी आरक्षण के कारण बनी है 29 विधायक आदिवासी समाज से आते हैं। जिला पंचायत सदस्य होरीलाल रावटे ने कहा कि हमें संविधान में आरक्षण दिया है इसमें कटौती बर्दाश्त नहीं करेंगे। जनजाति समाज आंदोलित है। आरक्षण कटौती से हलबा समाज आक्रोशित है। आदिवासी आरक्षण को लेकर चक्का जाम कर रहे हलबा समाज को जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने भी समर्थन दिया। स्थानीय बस स्टैंड में चक्का जाम कर रहे आदिवासी हलबा समाज के 2,000 से अधिक ग्रामीणों को कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं पूर्व डीआईजी राधेश्याम नायक, जनपद सदस्य पुनिया ठाकुर, संतोषी ठाकुर, दुर्गा ठाकुर, सरपंच ललित भूआर्य, संतराम तारम, अमरलाल भूआर्य, रामलाल नायक, यशवंत रावटे, संजय चौधरी, देवेंद्र ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सरपंच हुमकरण सुधाकर, दिनेश भूआर्य ढालसिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या में हलबा समाज की महिलाएं एवं ग्रामीण उपस्थित थे।