बालोद-नेशनल हाइवे के चौड़ीकरण के साथ मकान के गंदा पानी निकासी को लेकर विवाद शुरू हो गया हैं।उक्त माँगो को लेकर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि मंडल ने अपर कलेक्टर योगेंद्र श्रीवास को बुधवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद अपर कलेक्टर योगेंद्र श्रीवास ने नेशनल हाईवे के एसडीओ से फोन पर ज्ञापन सम्बन्ध में बात भी किया है।वही संजारी बालोद के पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा ने नेशनल हाईवे 930 के निर्माण में चल रहे विवाद और नगरवासी व्यापारियों को हो रही परेशानी को लेकर बालोद स्थित कार्यालय में व्यापारियों से मुलाकात कर तत्काल नेशनल हाईवे के ईई से बात की और उन्हें स्पष्ट कह दिया कि अगर व्यापारियों और नगर वासियों की बातों को नहीं ध्यान दिया जाएगा तो उग्र आंदोलन करने व धरने पर बैठने की चेतावनी दिया है
व्यपारियो व जनप्रतिनिधियों की सयुक्त बैठक करवाने की मांग किया
व्यापारियों एवं जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक करवाने तथा समस्या को दूर करते हुए निर्माण कार्य कराने की बातें कहीं। राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण निर्माण कार्य शहर में प्रारंभ नहीं होने के बावजूद इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। व्यापारियों का आरोप है कि विभाग जिस प्रकार से नापकर अतिक्रमण को हटाने का काम कर रहे हैं, वह बिल्कुल गलत है। सड़क के दोनों ओर बराबर नाप करने के बजाए एक साइड अधिक जगह को कब्जे में लिया जा रहा हैं।
नेशनल हाइवे का नया निर्माण शहर से बाहर किया जाए
व्यापारियों ने शहवासियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भी इसे सुविधाओं के अनुसार बनाने की मांग कर रहे हैं। चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजू पटेल ने अपर कलेक्टर को रोड निर्माण परिवर्तन के बारे में सुझाव दिया और कहा कि वर्तमान में विभिन्न शहर में नेशनल हाईवे का नया निर्माण शहर से बाहर ही किया जा रहा है। शहर के बाहर से ही राजमार्ग का निर्माण हो । इससे भविष्य में गंगा मैया की दोनों नवरात्रि में जो मेला लगता है, उसमें ट्रैफिक परिवर्तित करना पड़ता है, उससे भी निजात मिल जाएगी। पेयजल की व्यवस्था के लिए वॉटर फिल्टर प्लांट से इसी नेशनल हाईवे मार्ग से होकर पाइपलाइन बिछाई गई है, जो वर्तमान में सड़क से करीब 3 फीट नीचे बिछाई गई है। वर्तमान मे पाइपलाइन लीक होने पर उसे सुधार करने लगभग सप्ताह भर का समय लग जाता है। वर्तमान में नेशनल हाईवे मार्ग बनता है तो उसकी ऊँचाई वर्तमान सड़क से करीब 3 फीट उपर होगी ऐसी स्थिति में पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइपलाइन लगभग 6 फिट नीचे दब जाएगी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि वर्तमान में पाइपलाइन को बनाने एक सप्ताह का समय लग रहा है तो एनएच बनने के बाद महीने भर से अधिक समय लग सकता है। वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद व चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजू पटेल ने बताया की विभाग का कहना था कि शहर की नाली नेशनल हाईवे की नाली से नहीं जुड़ेगी। ऐसे में शहर के नालियों से बहने वाले
गंदा पानी शहर के बाहर कैसे होगा।
पूर्व विधायक ने ईई से कहा -व्यापारियों और नगर वासियों की बातों को नहीं ध्यान दिया जाएगा तो उग्र आंदोलन करने की दी चेतावनी
संजारी बालोद के पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा ने नेशनल हाईवे 930 के निर्माण में चल रहे विवाद और नगरवासी व्यापारियों को हो रही परेशानी को लेकर बालोद स्थित कार्यालय में व्यापारियों से मुलाकात की वहीं तत्काल नेशनल हाईवे के ईई से बात की और उन्हें स्पष्ट कह दिया कि अगर व्यापारियों और नगर वासियों की बातों को नहीं ध्यान दिया जाएगा तो वह खुद उग्र आंदोलन में धरने पर बैठ जाएंगे ईई ने कहा कि जल्द ही 2 दिन बाद विभाग के एसी के साथ और उच्च अधिकारी को लेकर आएंगे और समस्या का हल निकाला जाएगा जहां भैया राम सिन्हा के हस्तक्षेप के बाद यह मामला अब व्यापारियों और नगर वासियों के पक्ष में आता नजर आ रहा हैं जहां व्यापारी और नगर वासियों ने राहत की सांस ली है।