बालोद-दीपावली के लिए जिला मुख्यालय के सरदार पटेल मैदान पर पटाखा बाजार लगाया था। लोगों ने खूब पटाखे खरीदे। 5 दिन का पर्व खत्म भी हो गया लेकिन सरदार पटेल मैदान पर नगरपालिका सफाई करना भूल गई। शुक्रवार को मैदान में दिनभर पटाखों की पैकिंग वाली पन्नियां व कचरा बिखरा रहा। सफाई नदारद थी। हवा में पन्नियां उड़ रही थी।बता दे कि इस वर्ष स्थानीय शासन प्रशासन ने सरदार पटेल मैदान में पटाखे दुकान लगाए जाने की अनुमति दी थी, परंतु दुकान हटाए जाने के बाद स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा गया। दीप पर्व के अवसर पर खैल मैदान पटाखा दुकानें लगाई गई थी। दीपावली त्योहार के बाद खेल मैदान में कूड़े का ढेर लगा हुआ है। इसकी सफाई की ओर किसी का ध्यान नहीं है। जागरूक नागरिकों व खेलप्रेमियों का कहना है कि मैदान की तत्काल सफाई होनी चाहिए। यही नही मैदान पसरा कूड़ा अब पशुओं का आहार बन रही है जिससे पशुओं को भी जान का खतरा है।
पटाखा बेचने के बाद अपना कूड़ा-करकट उठाने किसी ने भी प्रयास नहीं किया। इसी का नतीजा है कि खेल मैदान में बड़ी तादाद में पालीथिन व काटूंन के टुकड़ों का ढेर लगा है।सरदार पटेल मैदान पर पटाखा दुकानें लगने से नगर पालिका को लाखों का राजस्व मिलता है। बावजूद इसके नपा द्वारा सफाई व्यवस्था को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया। जबकि देव उठनी पर भी सरदार पटेल मैदान में पटाखा दुकानें लगेगी। देव उठनी के पहले सफाई नहीं कराई गई तो मैदान में फैले कचरों का ढेर आम लोगो के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।