बालोद-जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलो में क्वार नवरात्री के अवसर पर आज शुभ मुहूर्त और मंत्रोउच्चारण के साथ देवी मंदिरो में ज्योति कलश व् पंडालो में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। जिसकी तैयारी देवी मंदिरों व दुर्गा पंडालों में पूरी कर ली गई हैं। वहीं जिले के सबसे बड़े धार्मिक स्थल मां गंगा मैया सहित सिया देवी, कंकालिन व रानी माई आदि मन्दिरों को झालर और लाइटिंग से आकर्षक रूप से सजाया जा रहा हैं इसके साथ ही जोत ज्वारा और ज्योति कलश स्थापना की तैयारी समितियों द्वारा की जा रही हैं। इस बार नवरात्र 26 सितम्बर को प्रारभ हो रही हैं।जिसके कारण शहर के विभिन्न दुर्गोत्सव समितियों द्वारा पंडाल का निर्माण कार्य पूरी कर ली गई हैं।दुर्गा पंडालो के आस पास विधुत लाइट से सजाया जा गया हैं। वहीँ मूर्तिकार भी दुर्गा की प्रतिमाओ को अंतिम रूप दिया जा रहा हैं।
देवी मंदिरो में जलाई जाएगी मनोकामना ज्योति कलश
आज से नवरात्र शुरू हो रही है और जगह-जगह मन्दिरों में ज्योत जंवारा सहित मनोकामना ज्योति कलश स्थापना की जाएगी, तो जगह-जगह दुर्गा पंडालों में माता दुर्गा, व काली की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इसके लिए कलाकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
वहीं नगर के चण्डी मन्दिर, शीतला मन्दिर, दुर्गा मन्दिर, महामाया, ठाढ़ महामाया, कपिलेश्वर, मोखला मांझी व बंजारीधाम जुंगेरा में भी मनोकामना ज्योत जलाई जाएगी।जिला मुख्यालय के पुराण बस स्टेण्ड,गाँधी भवन,बुधवारी बाजार,पांडेपारा ,नयापारा,मोखलामाझी ,बूढ़ा तलाब पार, नया बस स्टैंड शिकारीपारा,कुंदरूपारा,संजय नगर,पाररास,गंगासागर तलाब पार, आमापारा,गजपारा,सहित दर्जन भर से अधिक स्थानों में दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इधर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्गा उत्सव समितियों द्वारा माता दुर्गा को बिठाने के लिए कई विशाल व आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हैं. ऊंचे पंडाल बनाने की तैयारी में मन्दिर समिति के लोग लगे हुए हैं, तो कई जगह बाहर से भी पंडाल लगने वाले कलाकार आए हुए हैं।
गंगा मैया मंदिर में 901 ज्योति कलश की जाएगी स्थापना
जिला मुख्यालय से तीन किमी दूर झलमला के गंगा मैया मंदिर में शारदीय नवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ 26 सितंबर को दोपहर 2 बजे 900 ज्योति कलश की स्थापना के साथ होगा। 3 अक्टूबर को दोपहर एक बजे हवन अनुष्ठान कार्यक्रम शुरू होगा। 4 अक्टूबर को शाम 4.30 बजे कलश विसर्जन शोभायात्रा निकाली जाएगी। नवरात्र में प्रतिदिन सुबह 7 बजे से वृन्दावन के आचार्य एवं सहयोगी पंडित शतचण्डी यज्ञ तथा दुर्गा शप्तशति सस्वर पाठ करेंगे। 3 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से महाअष्टमी पर कन्याभोज का होगा।
गंगा मैंय्या परिसर में आज से 2 अक्टूबर तक होंगे भागवत कथा
आध्यात्मिक कार्यक्रम के तहत गंगा मैया मंदिर परिसर में आज 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक रोज दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा होगी। कथाव्यास वृन्दावनधाम उत्तरप्रदेश के आचार्य ओमप्रकाश शास्त्री होंगे। 30 सितंबर को रात 9 से 11 बजे तक नान्हे संगवारी जस एवं फाग परिवार भेन्ड्रा की संगीतमय झांकीयुक्त जसगीत की प्रस्तुति होगी। जिसमें महारावण वध का प्रसंग होगा। एक अक्टूबर को जय गुरुदेव मानस मंडली खुंदनी गुरूर के कीर्तनकार लीलाशरण साहू के श्रीमुख से संगीतमय श्री हरिकीर्तन आयोजित है।
रामधुनी मे दिखाई जाएगी आकर्षक झांकी
3 अक्टूबर को पूजा के फूल छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी खलारी के कलाकारों के माध्यम से पूजा के फूल प्रसंग पर नाचा एवं गम्मत की प्रस्तुति दी जाएगी। श्री दुर्गा नवमी के अवसर पर 4 अक्टूबर को दोपहर 2 से 4 बजे तक विशेष प्रस्तुति के रूप में संगी जहुरिया रामधुनी पार्टी बोहरा के कलाकार संगीतमय झांकीयुक्त रामधुनी की आकर्षक प्रस्तुति देंगे। जिसमें सीता हरण प्रसंग शामिल है। 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक शाम 7.30 बजे से रात 9 बजे तक माता सेवा गायन की प्रस्तुति होगी।