बालोद-3 साल पहले प्रदेश सरकार ने बड़े धूमधाम से रोका छेका अभियान की शुरुआत की थी।लेकिन कुछ माह के बाद जिला मुख्यालय के सड़को पर आवारा मवेशियो की झुंड रहती हैं। मुख्यमंत्री की आगमन को लेकर शनिवार की रात को शहर की सड़कों पर बैठे आवारा मवेशियों को पकड़कर नगर पालिका कर्मी सीधे संजय नगर स्थित कांजी हाऊस के खुले आसमान छोड़ दिए। लेकिन दिक्कत यह है कि मवेशियों को कांजी हाऊस में भूखे मरने के लिए छोड़ दिया गया है। कांजी हाऊस में मवेशियों के खाने-पीने के लिए चारा-पानी तक नहीं है। नगर पालिका द्वारा कांजी हाउस में पानी का टैंकर रखा है लेकिन मवेशियो को पानी पिलाने वाले कोई कर्मी नही है।
मुंह ताकते रहते हैं मवेशी
मुख्यमंत्री भुपेश बधेल का आज नगर आगमन हो रहा हैं जिसके तहत नगर पालिका प्रशासन द्वारा तीन दिन पहले शहर के सड़को पर बैठे आवारा मवेशयो को संजय नगर स्थित कांजी हाउस के सामने खुले आसमान में छोड़ दिया हैं। मंगलवार को मवेशियों के रखरखाव का जायजा लेने जैसे ही संजय नगर स्थित कांजी हाऊस में पहुचे तो कांजी हाऊस में कहीं भी चारा नजर नहीं आया। पानी के लिए एक पानी टैंकर जरूर थी, लेकिन मवेशियों को पानी पिलाने वाले कोई कर्मी नही था। चारा-पानी के लिए मवेशी कांजी हाऊस के भीतर ही इधर-उधर ताकते नजर आए। बावजूद पालिका प्रशासन इस ओर गंभीरता नहीं दिखा रहा है।संजय नगर स्थित कांजी हाउस की बुरी हालत है। आवारा घूम रहे मवेशियों को पकड़कर रखा गया है, लेकिन उनके लिए दाना पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। सफाई के अभाव में पूरे कांजी हाउस में गंदगी पसरी हुई है।कांजी हाउस के सामने खुले मैदान में मवेशियो को रखा गया हैं ।