बालोद-बालोद की जीवनदायिनी तांदुला जलाशय आसपास के जिलों के लिए भी सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। पिछले दिनों कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश होने के कारण तांदुला जलाशय दूसरी बार और दूसरे दिन रपटे से 40 सेंटीमीटर छलक रहा हैं। इस मनोरम दृश्य देखने के लिए बालोद जिले सहित आसपास के जिलों से लोग पहुंच रहे हैं। जल संसाधन विभाग के मुताबिक तांदुला जलाशय में 38.90 फीट पानी भरा हुआ है। जो रपटे से 40 सेंटीमीटर पानी छलक रहा हैं। जलभराव क्षमता कुल 38.50 फीट है। यहां 38.90 फीट पानी भरा हुआ है।
दूसरी बार छलका तांदुला जलाशय
सिंचाई विभाग के मुताबिक मानसून सीजन में लगातार अच्छी बारिश हुई है। यही वजह है कि तांदुला जलाशय दूसरी बार छलका है। इससे पहले 15 अगस्त को तांदुला छलका था, जो लगातार 2 सितंबर तक छलक रहा था। इसके बाद छलकना बंद हो गया था। जलाशय के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश की वजह से मंगलवार से तांदुला छलक रहा हैं।
जिले के चार बड़े जलाशयों में जलभराव की स्थिति,गोंदली जलाशय अब तक नही हुआ ओवरफ्लो
सिंचाई विभाग के अनुसार 38.50 फीट जलभराव क्षमता वाले तांदुला में वर्तमान में 39 फीट पानी भरा है यानी निर्धारित क्षमता से 0.50 फीट ज्यादा। वहीं 30 फीट क्षमता वाले खरखरा में 30.40 फीट पानी है। जो निर्धारित क्षमता से 0.40 फीट ज्यादा है। 21 फीट क्षमता वाले मटियामोती में 20.20 फीट पानी है। वहीं 34 फीट जलभराव क्षमता वाले गोंदली जलाशय में 31.70 फीट पानी है। मटियामोती जून व जुलाई में ओवरफ्लो हो चुका है। गोंदली जलाशय अब तक ओवरफ्लो नहीं हुआ है।
सिंचाई के लिए एक माह से तांदुला से छोड़ा पानी
जिले में भले ही अच्छी बारिश हो रही है, लेकिन कुछ ऐसे जिले है जहां बारिश कम होने से सिंचाई के लिए ज्यादा परेशानी हो रही है। बेमेतरा जिले के किसानों की मांग पर 16 अगस्त से तांदुला जलाशय से 1490 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जलाशय से पानी पूरे माह छोड़ा जाएगा। तांदुला से बालोद सहित दुर्ग, बेमेतरा के लगभग 26 हजार हेक्टेयर में सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है।
तांदुला जलाशय के बारे में जानकारी
जलग्रहण क्षेत्र 827.91 वर्ग किलोमीटर
पूर्ण संग्रहण क्षमता 312.18 मि. घन मीटर
सक्रिय क्षमता 302.31 मि.घन मीटर
सूखा नाला बांध की लंबाई 2621.28 मीटर
तांदुला नदी बांध की लंबाई 1798.32 मीटर
उलट की लंबाई- 753.50 मीटर