बालोद-समर्थन मूल्य पर धान बेचने के 6 महीने के बाद भी जिले के दो किसान बोनस के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जिले के डोंडी ब्लॉक के दोनो किसानों ने एक साल से जिला सहकारी बैंक का चक्कर लगाते थक हार कर सोमवार को कलेक्ट्रेक्ट पहुचकर जंन चौपाल में कलेक्टर से मिलकर बोनस की राशि देने की गुहार लगाई हैं। वही मामले पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी कि माने तो जिले में अब तक करीब 16 मामले सामने आ चुके है इसमे रकबा सत्यापन के चलते कुछ किसानों का बोनस की राशि नही मिल पाई है इसके पीछे गलती किसकी यह पूछने पर नोडल अधिकारी ने बताया कि न इसमे किसानों की गलती है न अधिकारियों की..यह सिस्टम में त्रुटि के चलते यह स्थिति निर्मित हुई लेकिन समस्या का समाधान कब तक होगा इस पर अब भी अधिकारी कुछ नही बता पाए।
किसानों और अधिकारी ने क्या कहा देखे इस विडियो में👇👇👇
मुख्यमंत्री भुपेश बधेल द्वारा किसानों को बोनस के रूप में अंतर राशि किसानों को चार किश्तों में दिया जा रहा हैं। दूसरी ओर ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं जिनमें किसानों को एक साल पहले बिक्री की गई फसल का बोनस नहीं मिल पाया है। डोंडी ब्लाक के ग्राम आमाबाहरा निवासी किसान रामलाल से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने विपणन वर्ष 2021-22 में मंगलतराई समिति में धान बेचा था। उन्होंने बताया कि धान बेचने के बाद उन्हें उसकी कीमत तो मिल गई मगर बोनस की राशि आज तक बैक के खाते में नही आई हैं।
बोनस की राशि के लिए जिला सहकारी बैंक का चक्कर लगा रहे किसान
वही अरजगुड़ा निवासी आनंदराम ने बताया कि वर्ष 2022 को मंगलतराई सोसायटी में धान बेच था लेकिन अभी तक बोनस की राशि नही मिला है।बोनस की राशि देने की मांग को लेकर कई बार डोंडी जिला सहकारी बैक का चक्कर लगा चुके है लेकिन अभी तक राशि नही मिली हैं।पीड़ित किसान राशि जमा नहीं होने पर दफ्तरों का चक्कार काट रहे हैं। सोसाइटियों, नोडल कार्यालय व सहकारिता विभाग तक जानकारी ले चुके हैं, लेकिन अब तक उनके बैंक खातों में अंतर की राशि जमा नहीं किया गया है, ऐसे में किसान परेशान है।उनका कहना है कि यह राशि राज्य सरकार ने खरीफ खेती-किसानी के शुरूआती दौर पर खातों में जमा की है, लेकिन उनके बैंक खातों में राशि जमा नहीं होने से वे कर्ज लेकर वर्तमान में खरीफ खेती-किसानी की है।
राशि के लिए तंगा रहे व्यवसायी
अब उन्हें कर्जदार तंगा रहे हैं, क्योंकि पीड़ित किसानों ने बोनस की राशि आते ही कर्ज देने व्यवसायियों को भरोसा दिलाया था। अब राशि आने में लेटलतीफी होने से इन किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसानों ने शासन से बोनस की राशि शीघ्र दिलाने गुहार लगाई है।