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*सरकार द्वारा बढ़ाये गए 6 प्रतिशत डीए को नकारा…आज से फिर फिर एक बार अधिकारी कर्मचारियों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन आंदोलन..न्यायालय, स्कूल सहित 40 से अधिक विभाग पर इसका पड़ेगा असर*

बालोद- राज्य सरकार द्वारा छह प्रतिशत डीए बढ़ाने से असंतुष्ट छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के पदाधिकारियों ने 34 प्रतिशत डीए व सातवें वेतनमान के अनुसार गृहभाड़ा देने की मांग को लेकर सोमवार को नया बस स्टैंड स्थित टैक्सी स्टैंड में धरना प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उक्त हड़ताल को छग न्यायिक कर्मचारी संध के द्वारा पूर्ण समर्थन देते हुए जिला न्यायालय बालोद में भी अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गए है।आज से जिला न्ययालय बालोद में अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने से न्यायालय में कामकाज ठप हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर न्ययालय में कार्य नही होने से लोगों के कार्य नहीं होने से उन्हें फिर परेशानी उठाना पड़ेगा।जिले के लगभग सभी शासकीय विभागों के आठ हजार से अधिक अधिकारी- कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। जिले के लगभग 40 से अधिक विभाग वीरान हो गया हैं। लोगों के काम नहीं हो पा रहे है। कई स्कूलों में ताला लटका हुआ है । केंद्रीय कर्मचारियों के समान महंगाई भत्ता व गृह भाड़ा भत्ता के साथ स्थानांतरण के लिए मंत्रिमंडलीय उप समिति के गठन के विरोध में हड़ताल किया जा रहा हैं। लगभग 74 संगठनों के लोग शामिल शामिल हुए है। जुलाई में हुई हड़ताल में नवीन शिक्षक संघ, शालेय शिक्षकसंघ व छत्तीसगढ़ टीचर्स संघ ने समर्थन दिया था। इस बार इस आंदोलन में समर्थन नहीं दिया है। ऐसे में सिर्फ सहायक शिक्षक फेडरेशन ही हड़ताल में शामिल है।।

प्राथमिक स्कूलों में लग जाएंगे ताले

 

अनिश्चितकालीन हड़ताल में प्रदेश के सहायक शिक्षक संघ भी सहभागिता निभा रहे हैं, जिसके चलते जिले के प्राथमिक स्कूलों में भी ताले लटके है। हालांकि स्कूल बंद रहेंगे या नहीं, इसे लेकर शिक्षा विभाग ने कोई स्पष्ट निर्देश जारी नहीं किया है। सहायक शिक्षकों ने कह दिया है कि वे स्कूल नहीं जाएंगे। सहायक शिक्षक संघ के लगभग 4 हजार से अधिक शिक्षक हड़ताल में शामिल है। माध्यमिक, हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूलों में ताला नहीं लगा है।

छग न्यायिक कर्मचारी संध ने हड़ताल का समर्थन देते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए

जिसका छग न्यायिक कर्मचारी संध के द्वारा पूर्ण समर्थन देते हुए जिला न्यायालय बालोद में भी अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गए है। आज से जिला न्ययालय बालोद में अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने से न्यायालय में कामकाज ठप हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर न्ययालय में कार्य नही होने से लोगों के कार्य नहीं होने से उन्हें फिर परेशानी उठाना पड़ेगा।

कार्यालय खुले है लेकिन नजर नही आए कर्मचारी

अधिकारी कर्मचारी संगठनों के इस हड़ताल का असर विभागीय कामकाजों पर पड़ रहा हैं। वहीं कार्यालय तो सभी खुले रहेंगे, लेकिन किसी भी विभाग में अधिकारी कर्मचारी नजर नहीं आएं। कर्मचारी- अधिकारी संगठन का मानना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

दूसरी बार कर रहे है आंदोलन

जिला संयोजक मधुकांत यदु ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में विधायकों के वेतन भत्ते तो बढ़ाए गए, लेकिन कर्मचारियों अधिकारियों के वेतन भत्ते नही बढ़ाए गए। अधिकारी-कर्मचारियों की सुध नहीं ली गई। इससे पहले भी जुलाई में पांच दिवसीय आंदोलन सांकेतिक था। अब सोमवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए है। इसी तरह अनियमित कर्मचारी संगठन भी नियमितीकरण की मांग को लेकर कई बार आंदोलन किया। लेकिन इनकी मांगों पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।

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