बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लाक अंतर्गत खुर्सीपार गांव के एक परिवार के 6 लोगो के स्वास्थ्य खराब होने के बाद एक बुजुर्ग की मौत से गांव में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है वही मामले की जानकारी के बाद प्रशासन भी पूरे मामले की जांच में।जुट गई है कि खुर्सीपार की घटना वास्तव में फ़ूड पॉइज़निंग है या डायरिया ….?
दरअसल 2 दिन पहले खुर्सीपार गांव में हरमुख परिवार में एक युवती की तबीयत बिगड़ी थी जिसका उपचार नजदीक के ही निकुम गांव के शासकीय अस्पतालके जारी था इसी बीच परिवार के 65 वर्षीय बुजुर्ग नोखे लाल हरमुख की तबियत भी बिगड़ गई इस बीच इलाज के दौरान उक्त व्यक्ति की मौत हो गई और धीरे धीरे घर के अन्य लोगो का भी तबियत खराब हो गया लेकिन इलाज के बाद परिवार में युवती व अन्य लोगो की तबियत में सुधार हुई है लेकिन युवती के पिता का स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने से उन्हें दुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और अभी इलाज जारी है
खुर्सीपार में हुई यह घटना से पूरा स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति है क्योंकि इस पूरे घटनाक्रम में स्वास्थ्य विभाग अब तक यह कन्फर्म नही कर पाया कि यह फ़ूड पॉइज़निंग है या डायरिया जिसके बाद आज देर शाम स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी शैलेंद्र कुमार मंडल मामले की गंभीरता को देखते हुए देर शाम पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे साथ मे तहसीलदार ममता जैन व डॉ संजीव ग्लैड भी मौजूद रहे इस दौरान पीड़ित परिवार से उनके हिस्ट्री भी चेक किया जा रहा है लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमएचओ ने गांव में स्वास्थ्य केम्प लगाने का निर्देश जारी कर दिया है हालांकि गांव में किसी अन्य परिवार के लोगो मे किसी भी तरह की कोई शिकायत नही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग घटना के बाद पूरी तरह सतर्क हो गया है और मोबाइल मेडिकल केम्प के माध्यम से पूरे गांव के लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण की तैयारी कर रही है । साथ ही गांव में लगे हैंडपंप के आसपास ब्लीचिंग पाउडर की छिड़काव कराई गई और लोगो को क्लोरीन की टैबलेट भी वितरण किया गया।