बालोद-कुर्बानी और बलिदान का प्रतीक पर्व ईद-उल-अजहा रविवार को जिला मुख्यालय में हर्षोल्लास से मनाया गया। शहर के सदर रोड स्थित जामा मस्जिद तथा नया बस स्टेण्ड स्थित ईदगाह में बकरीद की विशेष नमाज अदा कर देश व प्रदेश में अमन चैन व् सुख सम्रद्धि की दुआ मांगी गई।
क्यो मनाया जाता है यह त्योहार
ईद-उल-अजहा को हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है। हजरत इब्राहिम अल्लाह के हुकम पर अपनी वफादारी दिखाने के लिए अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी देने को तैयार हो गए थे। जब हजरत इब्राहिम अपने बेटे को कुर्बान करने के लिए आगे बढ़े तो खुदा ने उनकी निष्ठा को देखते हुए इस्माइल की कुर्बानी को दुंबे की कुर्बानी में परिवर्तित कर दिया। इस्लाम धर्म की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हजरत इब्राहिम अल्लाह के पैगंबर थे।
इस अवसर पर नवनियुक्त इंतेजामिया जामा मस्जिद कमेटी के मुतवल्ली जनाब शाहिद खान ने जमात से मुखातिब होकर अपने कमेटी के नई कार्यकारिणी की घोषणा की, और मुस्लिम जमात को जिम्मेदारी दिए जाने पर शुक्रिया अदा किया। पुलिस प्रशासन व नगरपालिका के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने अपने नई कमेटी के गठन पश्चात मस्जिद के अंतर्गत विकास कार्यों की जानकारी भी दी।इस अवसर पर जामा मस्जिद के पेश इमाम मुनीर रज़ा सहाब ने ईद उल अज़हा क्यों मनाई जाती है व कुर्बानी क्यों दी जाती है।इसके बारे में तफ्सील से जानकारी दी।ईस मुबारक मौके पर मुस्लिमों के चेहरे पर ईद उल अज़हा की खुशियां सुबह से ही झलक रही थी। इस मौके पर मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद उल अज़हा की मुबारकबाद दी।रविवार को मुस्लिम भाइयों ने नया बस स्टैंड स्थित ईदगाह में एकत्रित होकर ईद उल अज़हा की विशेष नमाज अदा करने के बाद जिले राज्य व देश की खुशहाली व अमन चैन की दुआ मांगी,
ईद की नमाज खत्म होते ही बच्चे अपने साथियों और दोस्तों के साथ त्योहार की खुशियां बांटते नजर आए।इस मुबारक मौके पर नवनियुक्त सदर शाहिद खान,नायब सदर सईद तिगाला,हनीफ खान सेक्रेटरी अहमद खान सदस्य जमील बेग,ओबेदुल्ला खान भैय्यू खान,बशीर खान, रहीम खान,मुस्लिम ऑल इंडिया मुस्लिम वेलफेयर फाउन्डेशन के जिलाध्यक्ष हाजी जाहिद अहमद खान,हाजी अशरफ तिगाला, हाजी अफ़ज़ल रिजवी,हाजी एमजे खान ,रफीक वारसी,जुनैद कुरेशी,फुरकान खान,सलीम खान, आदिल सिद्दीकी, आफताब आलम, हाजी सलीम तिगाला हाजी नवाब तिगाला,ज़हीर कुरैशी, मतीन खान,अय्यूब खान, जमीर खान ईस्माइल खान व मुस्लिम जमात के लोग शामिल थे।