बालोद जिले के नवपदस्थ कलेक्टर ने बालोद जिले की कमान संभालते ही एक्शन मोड पर दिखने लगे लगे है…इस दौरान बालोद जिले के कलेक्टर ने एक अनोखा रिकॉर्ड भी बनाया है…कलेक्टर डॉ गौरव कुमार व बालोद एसपी जितेंद्र कुमार यादव व जिला पंचायत सीईओ रेणुका श्रीवास्तव लगातार 30 घँटे तक ग्रामीण इलाकों व जिले के अलग अलग विभागों स्कूलों हॉस्टल का दौरा किये..अपने इस दौरे की शुरुआत बुधवार दोपहर से प्रारंभ करने के बाद रात वनांचल क्षेत्र के एक गांव हितापठार में बिताई..इस दौरान कलेक्टर ने रात को ही गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणो की समस्या सुने तो छोटे छोटे बच्चो के साथ हँसी मजाक करते नजर आए
पहले दिन जहां जंगलो के बीच हितापठार के छात्रावास कलेक्टर एसपी रात गुजारे वही अगले दिन सुबह से ही पहले गांव भ्रमण किये और उसके बाद अन्य गांवों का दौरे पर निकल गए .इस दौरान कलेक्टर और एसपी लगातर ग्रामीणो से मिलकर गांव में चल रहे विकासकार्यो का भी जायजा लिए वही अधिकारियों को ग्रामीणो के समस्याओं को दूर करने के भी निर्देश दिए..
अपने इस दौरे में कलेक्टर एकलव्य आवासीय छात्रावास में पहुंचकर बच्चो से मिले और उनके साथ भोजन करते हुए उनकी शैक्षणिक व सुविधाओं की जानकारी लिए …पूरे इस दौरे पर बालोद कलेक्टर की माने तो गांव में।चाहे विकास हों या समस्या..इसे जानने के लिए लोगो के बीच होना जरूरी होता है और इसलिए हम लोगो के बीच पहुंच उनके साथ जमीन पर बैठकर उनकी समस्याओं को सुने ताकि उनके समस्याओं का समाधान हो सके..
.वही एसपी ने कहा कि प्रशासन के साथ पुलिस गांव तक पहुंच रही तो ग्रामीणो के साथ पुलिस की भी आउटरीच (पहुंच) बढ़ रही है…साथ ही ग्रामीण इलाकों में पुलिस कर्मियों की भी फीडबैक ग्रामीणो से प्राप्त हो रही है…साथ ही ग्रामीणो की समस्याओं को भी सुलझाने में आसानी होगी
आपको बतादे जिले में एसपी कलेक्टर के दौरे तो पहले भी हुए है…लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिला जब एसपी और कलेक्टर खुद रात को वनांचल इलाको में पहुंच रहे है और ग्रामीणो की समस्याओं से अवगत हो रहे है…कहीं न कही जिले के दो बड़े अधिकारियों के इस दौरे से निचले अधिकारियों में भी हड़कंप की स्थिति बनी हुई है..तो वही जिले के मुखिया का नया अंदाज लोगो को भी काफी पसंद आ रही है