(गुरुर से दीपक देवदास और मधु सागर की रिपोर्ट)
बालोद/गुरुर। गुरुर ब्लॉक के एक गांव के हाई स्कूल में पदस्थ शिक्षक कैलाश कुमार साहू के खिलाफ ग्रामीणों व छात्राओं द्वारा छेड़खानी का आरोप लगाया गया है। बात इतनी बढ़ चुकी है कि गांव के लोग उक्त शिक्षक को स्कूल में रखना ही चाह रहे हैं। उन्हें इस शिक्षा सत्र के शुरू होने के पहले ही चेतावनी दे दी गई थी कि 16 जून से पहले अपना ट्रांसफर अन्यत्र करवा ले लेकिन अब तक शिक्षक उसी स्कूल में पदस्थ है। ट्रांसफर नहीं हुआ है। जिससे ग्रामीणों में एक बार फिर आक्रोश पनपने लगा है और वह अपने बच्चों के प्रति चिंतित नजर आ रहे हैं। कई पालक तो स्कूल से छात्राओं के टीसी निकलवाने के लिए पहुंच रहे हैं।शिक्षक छात्राओं के पालकों को समझाइश देकर टीसी ना निकालने कह रहे हैं। इस स्कूल में 65 बच्चों की दर्ज संख्या है। जहां छात्र और छात्राएं एक साथ पढ़ाई करते हैं ।लेकिन शिक्षक की करतूत से खासतौर से छात्राएं परेशान हैं। पढ़ाई के बहाने शिक्षक छात्राओं से छेड़खानी करता है। उन्हें बैड टच करता है और छात्राओं का यह भी आरोप है कि मामले को दबाने के लिए छात्राओं की कॉपी किताब में 500 से 1000 रुपए रख देता है। इस बात की भनक लगने के बाद ग्रामीण शिक्षक को गांव में रखना नहीं चाह रहे हैं उसे यहां से हटाने के लिए एकजुट हो रहे हैं। तो वहीं शिक्षक अपने बुलंद हौसलों के चलते उसी स्कूल में जमा हुआ है और खुद को बेगुनाह करार देता है। यहां तक कहता है कि मैंने कोई गलती नहीं की है। जिसको जो करना है करें। मेरा पहुंच बहुत ऊपर तक है मैं स्कूल छोड़कर नहीं जाऊंगा।
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छात्राओं की करता है रेकी
नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर कुछ पालकों ने बताया कि छात्राए शिक्षक की अश्लील हरकतों से परेशान हैं। पिछले सत्र में क्लास के दौरान पढ़ाई के बहाने उन्हें इधर-उधर छूते थे तो कुछ छात्राओं की शिक्षक रेकी भी करवाता था कि वह कहां जाती है, कहां आती है, किसके साथ घूमती है, कौन इसके दोस्त हैं, आदि आदि,,,,। शिक्षक की इस तरह जासूसी से छात्राएं परेशान हो चुकी हैं और वे उनसे छुटकारा पाना चाहती हैं। कुछ छात्राएं तो अभी स्कूल जाने से कतराने लगे हैं और दूसरे स्कूल में पढ़ने के बहाने वहां से टीसी निकलवाने लगी है। 20 से 25 छात्राएं ऐसी है जो टीसी निकालने के लिए आवेदन भी दे चुके हैं। पर स्कूल वाले उन्हें यह समझा कर रोक रखे हैं कि जिस शिक्षक पर आरोप लगा है उसे यहां से हटवा कर कोई रास्ता निकालते हैं।
क्या कहते हैं मामले में ये
स्कूल के प्रभारी प्राचार्य नरेंद्र कुमार का कहना है कि संबंधित शिक्षक जिस पर छेड़खानी या अन्य अश्लील हरकत के आरोप लगे हैं उन्हें समझाइश दी गई कि वे ऐसी हरकत ना करें और इस शिक्षा सत्र के शुरू होने से पहले अपना ट्रांसफर करवा ले लेकिन अभी तक ऐसा नहीं करवाए हैं। शाला प्रबंधन समिति सहित ग्रामीणों की बैठक में भी उन्हें इस बात की चेतावनी दी गई थी लेकिन उन्होंने यह स्कूल नहीं छोड़ा है। मामले की जानकारी हमने उच्च अधिकारियों को दे दी है। आरोपी शिक्षक कैलाश कुमार साहू का कहना है कि मैंने किसी के साथ छेड़खानी नहीं की है। कुछ शिक्षक व गांव के लोग मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहें। कुछ छात्राओं को मैं उनकी पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन स्वरूप कुछ पैसे दिया था। जिसे लोग गलत आरोप लगाए हैं। मैंने कोई गलती नहीं की।