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सिलगेर गोलीकांड में दोषियों पर कार्यवाही, हसदेव बचाव व बाबा बालकदास की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतरे सर्व आदिवासी समाज …समर्थन में छमुमो, क्रांतिसेना भी आये सामने,इतने लोगो को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बालोद- पाटेश्वर धाम के बालकदास की गिरफ्तारी करने व हसदेव अरण्य परसाकोल ब्लॉक एवं सुकमा जिले के सिलगेर घटना के न्याय दिलाने की मांग को लेकर छग सर्व आदिवासी समाज द्वारा शुक्रवार को जिला मुख्यालय के गंजपारा स्थित गोंडवाना भवन से रैली निकालकर सरदार पटेल मैदान में गिरफ्तार दी।इस दौरान सर्व आदिवासी समाज के लोगो ने प्रशासन व बालक दास के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया ।बता दे सर्व आदिवासी समाज अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिले भर के आदिवासी समाज के लोग सुबह से ही जिला मुख्यालय के गंजपारा स्थित गोंडवाना भवन में एकत्र हुए।दोपहर 2 बजे गोंडवाना भवन से रैली निकाली गई जो मुख्यमार्ग होते हुए दल्ली तिराहा चौक, धड़ी चौक जयस्तंभ चौक होते हुए वापस सरदार पटेल मैदान पहुचकर 621 लोगो ने गिरप्तारी दी। पुलिस ने सरदार पटेल मैदान को अस्थाई जेल बनाया गया था।जहाँ पर सर्व आदिवासी समाज के सैकड़ों महिलाए व पुरुषों ने गिरप्तारी दी।पुलिस समाज के लोगो का नाम और पता लिखकर गिरफ्तार किया गया।इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम व कांकेर लोकसभा के पूर्व सांसद सोहन पोटाई विशेष रूप से उपस्थित थे।

 

देखे पूरा आंदोलन का कवरेज

जिला मुख्यालय को छावनी में किया तब्दील,सदर रोड जाने वाली सभी मार्गो को पुलिस ने किया सील

बता दे कि तुएगोंदी के ग्रामीणों और जामड़ी पाटेश्वर धाम के बीच का विवाद के चलते सर्व आदिवासी समाज द्वारा बाबा बालक दास की गिरफ्तार करने की मांग को लेकर जिला स्तरीय स् जेल भरो आंदोलन करने की चेतावनी शासन प्रशासन को दिया गया था। जिसको लेकर पुलिस की शहर में चाक चौबंद व्यस्था किया गया था। जेल भरो आंदोलन को लेकर अन्य जिले से भी पुलिस फोर्स मंगाया गया था। पुलिस ने शहर में शांति और कानून व्यवस्था को लेकर गंजपारा से लेकर जयस्तंभ चौक तक सैकड़ो पुलिस जवानों की तैनाती किया गया था। एसपी जितेंद कुमार यादव धड़ी चौक पर रहकर पुलिस के अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे थे। सुरक्षा व्यवस्था के तहत सदर मार्ग में जाने वाली रास्तो को बैरिकेड्स के साथ तार और 12 फिट के टिन सेड लगाकर पूरी तरह से सील कर दिए थे। जिला मुख्यालय पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया था।जिसके चलते सर्व आदिवासी समाज का जेल भरो आंदोलन शांति पूर्ण संपन्न हुआ। तब कही जाकर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।

आने वाले समय मे बेजुबान लोगो को सांसद व विधानसभा में भेजेंगे तो हमारा समाज का क्या होगा-अरविंद नेताम

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने कहा कि तुएगोदी कि धटना हुई हैं।जिसमे बाहर के लोग आकर बालक दास बीके इसारे पे समाज के लोगो के साथ मारपीट किया हैं।जिसको समाज ने गभीरता से लिया है।बालक दास की आज तक गिरप्तारी नही हुई हैं।बाकी लोगो की गिरफ्तारी हुई हैं।पिछली सरकार में बालक दास के ऊपर वृद्धस था।अब तो शंका होने लगी हैं कि वर्तमान सरकार की सहानभूति बालक दास के साथ हैं।आदिवासी विधायक बंधुवा मजदूर हैं।भाजपा और काग्रेस में बोलने की मनाही हैं। उन्होंने कहा कि हम तो इंदिरा गांधी जैसे नेता से लड़ जाते थे।आने वाले समय मे बेजुबान लोगो को सांसद और विधानसभा में भेजेंगे तो हमारा आदिवासी समाज का क्या होगा? समाज की लड़ाई को आदिवासी विधायको को लड़नी चाहिए।ये लोग वेतन,भत्ता लेने और मौज मस्ती करने के लिए है क्या।क्या इनकी जिम्मेदारी नही बनती हैं। भाजपा और काग्रेस के भरोसे रहोगे तो मर जाओगे।ये राजनीति दल अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकती हैं।


जब तक बालक दास की गिरफ्तारी नही होगी तब तक जारी रहेगा आंदोलन-सोहन पोटाई

 

पूर्व सांसद सोहन पोटाई ने कहा कि तीन प्रमुख समस्या है।वर्तमान में हसदेव में लाखों पेड़ काट रहे है।और अडानी को कोयला खदान दिया गया हैं।उसका विरोध कर रहे है।सिंगलेर में न्याय के लिए आदिवासी भटक रहे है।एक मई को जामडी धटना धटा हैं।उसका प्रमुख षडयंत्रकारी बालक दास हैं। जब तक बालक दास की गिरफ्तारी नही होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

बालक दास को गिरफ्तार नही करने के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने दी गिरफ्तारी

सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष उमेदि राम गंगराले ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश आदिवासी बहुल होते हुए 5 वीं अनुसूची क्षेत्र के विशेष संवैधानिक अधिकार के बावजूद आदिवासी समाज पर लगातार अत्याचार, प्रताड़ना बढ़ते ही जा रही है। न्याय के लिए आन्दोलन के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। बालोद जिले के डौंडी लोहारा ब्लॉक के आदिवासी समाज के जामड़ीपाट को परिवर्तित कर पाटेश्वर धाम बनाने वाले बालक दास के द्वारा 01 मई को ग्राम तुएगोंदी में आदिवासी समाज द्वारा की जा रही पारम्परिक पूजा मे गुंडे बुलाकर तलवार, राड, पत्थर, डंडा से हमला करवाया गया, जिसमें कई लोगों को गंभीर चोंटे आई और जान से मारने का प्रयास एवं चेतावनी दिया गया। जिसके लिए समाज के द्वारा लगातार आवेदन, एवं महाबंद के बाद भी बालक दास के ऊपर अभी तक कोई एफ. आई. आर. एवं दण्डात्मक कार्यवाही नहीं हुई है जिसके विरोध में आज जेल भरो आंदोलन किया गया हैं।

सिलगेर में पुलिस व फोर्स ने निर्दोष ग्रामीणों को गोली मारकर किया हत्या

गंगराले ने बताया कि सरगुजा के हसदेव अरण्य परसाकोल ब्लॉक में ग्राम सभा और प्रदेश भर के विरोध के बाद भी आदिवासी गांव को उजाड़ा जाएगा एवं लाखों पेड़ काटा जाएगा। 3 मई 2021 में सुकमा जिले के सिलगेर ग्राम में पुलिस एवं फोर्स के द्वारा निर्दोष ग्रामीणों को गोली मारकर हत्या कर दी गई और उन्हें नक्सली बताया गया था जो जांच के बाद साबित हुआ कि वे निर्दोष ग्रामीण व किसान थे। जिस पर अभी तक उनको कोई मुआवजा नहीं मिला, न ही दोषी अधिकारी, कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही नही हुई हैं। इन सभी गंभीर विषयों को लेकर सर्व आदिवासी समाज के द्वारा लगातार कलेक्टर व छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य मंत्री, मुख्य सचिव, राज्यपाल, को आवेदन देकर कई बार धरना प्रदर्शन एवं महाबंद तक किए गये थे। परन्तु आज तक कोई कार्यवाही नहीं होने से सर्व आदिवासी समाज द्वारा सर्व सम्मति से प्रदेश स्तरीय जेल भरो आन्दोलन करने व जिला मुख्यालयों में सैकड़ो की सख्या में गिरप्तारी देकर विरोध किया गया हैं।

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