बालोद-छ.ग.वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय आव्हान पर 10 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार से काष्ठागर डिपो में अनिश्चित कालीन हड़ताल बैठे हैं।छग वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संध के जिलाध्यक्ष यशवंत केवड़े ने बताया कि छ.ग. वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ विगत वर्षों से अपने औचित्य पूर्ण मांगों को लेकर शासन एवं प्रशासन के समक्ष पत्राचार के माध्यम से अनुरोध करता आ रहा है।शासन प्रशासन द्वारा संघ की मांगों पर ध्यान देते हुए मांगों को लंबित रखा गया है जिससे वन विभाग के लिपिक कर्मचारियों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
छ.ग. वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ की 10 सूत्रीय मांगे
10 सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से छ.ग. तृतीय श्रेणी (लिपिक वर्गीय) वन सेवा भर्ती नियम को अद्यतन करते हुये लेखापाल के 317 पदों को सहायक ग्रेड-1 एवं सहायक ग्रेड-1 के 78 पदों को लेखा अधीक्षक के पद में समाहित किये जाने संबंधी प्रस्ताव को वित्त विभाग से सहमति दिलाने । छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य विभागों की भांति वन विभाग में भी लिपिक कर्मचारियों के लिए विभागीय परीक्षाओं का आयोजन हो, जिससे वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी भी राजपत्रित / उच्च पदों पर पदस्थ हो सके। छ.ग. राज्य के राजस्व विभाग की भांति अधीक्षक पद को राजपत्रितअधिकारी का दर्जा दिया जावे। वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत डाटा एन्ट्री ऑपरेटरों का पदोन्नति चैनल
लागू करें। वन विभाग के अतंर्गत कार्यरत वायरलेस ऑपरेटरों का पदोन्नति चैनल लागू करें।
लिपिक संवर्ग के उच्चतम पदोन्नत पद लेखा अधिकारी / प्रशासकीय अधिकारी को संलग्नाधिकारी के पद पर सभी वृत्त एवं वनमण्डल कार्यालय में पदस्थिति किया जाये।वृत्त एवं वनमण्डल कार्यालयों में महिला कर्मचारी हेतु पृथक से फीडिंग / रेस्ट रूम निर्माण किया जावे, साथ ही वन मुख्यालय एवं प्रत्येक वृत्त कार्यालय में उनके क्षेत्रीय वनमण्डलों से विभिन्न कार्यालयीन कार्यों के लिये आये लिपिकों को विश्राम / प्रसाधन के लिये कक्ष आबंटन किया जावे। समस्त वन लिपिक कर्मचारियों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये मोबाईल भत्ता दिया जावे।कर्मचारी कल्याण मद एवं विभागीय पदोन्नति समिति में छ.ग. वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ( प्रांतीय / संभागीय) को भी प्रतिनिधित्व दिया जावे।सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में पदस्थ लिपिक संवर्ग कर्मचारियों को उनके पद नाम से आवास निर्माण एवं वन मुख्यालय में छ.ग. वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ को संघीय कार्य हेतु कक्ष आबंटन किया जावे। छ.ग. वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ ने वन विभाग के लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की लंबित मांगों पर गहनता पूर्वक एवं सहानुभूमि के साथ विचार करते हुय त्वरित कार्यवाही किये जाने की मांग शासन से किया है। अनिश्चितकालीन हड़ताल में जिलाध्यक्ष यशवंत कवडे, उपाध्यक्ष सियाराम भुआर्य, सचिव वरुण सीग्रामे,कोषाध्यक्ष रेणु धडोले,अभिषेक जगताप, तोमेश्वर देशमुख,गिरजा नेताम,उषा ठाकुर,मंजू उर्वशा,कपिल तारम सहित बडी सँख्या में संध के पदाधिकारी व सदस्य शामिल रहे।