
पहल:- कभी इसकी चहचहाहट हमारी सुबह को खुशनुमा बनाते थे…लेकिन धीरे धीरे विलुप्त होते इस पक्षी को सरंक्षित करने की शुरुआत 2010 में कैसे हुई… पढ़े पूरी खबर..सिर्फ प्रदेशरुचि पर
विश्व गौरैया दिवस 2025 हमारे छोटे पंख वाले दोस्तों की चहचहाहट को संरक्षित करना गाँवों के शांत सुबह से लेकर शहरों की चहल-पहल तक, गौरैया कभी हवा को अपनी खुशनुमा चहचहाहट से भर देती थीं। इन नन्हें पक्षियों के झुंड, बिन बुलाए मेहमान होने के बावजूद स्वागत योग्य, अविस्मरणीय यादें बनाते थे। लेकिन समय के साथ, ये नन्हें दोस्त…