बालोद। बालोद थाना क्षेत्र के एक गांव में 5 साल की एक बच्ची से हैवानियत का मामला सामने आया है। चूंकि मामले में पॉक्सो एक्ट लगा हुआ है इसलिए प्रदेशरूचि पीड़िता की पहचान उजागर नहीं कर सकते, ना ही आरोपी के पते क नाम प्रकाशित कर रहे ताकि यह मालूम ना हो कि घटना कहां की है। मामला बालोद थाना क्षेत्र के गांव का है। उसी गांव के ही रहने वाले एक 25 वर्षीय आरोपी द्वारा इस कृत्य को अंजाम दिया गया है। आरोपी ने शराब के नशे में इस कदर बच्ची से हैवानियत की है कि वह बेहोश हो गई। उसे मरा हुआ समझकर वह उसे सुनसान जगह पर भी छोड़ आया था। रात को 10:30 बजे जब बच्ची पैदल अपने घर पहुंची तब मामले का पर्दाफाश हुआ। बच्ची की हालत भी खराब है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल बालोद में भर्ती कराया गया है। वहीं बालोद पुलिस इस मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 363, 366 क, 376 क, ख, 323 आईपीसी, पॉक्सो एक्ट 4,5,एम 6 के तहत केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस व ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार 5 साल की बच्ची अपने दादा व पिता के साथ गांव के ही एक मरनी कार्यक्रम में खाना खाने के लिए गई थी। क्योंकि बच्ची पहले से घर में खाना खा चुकी थी इसलिए वह इस कार्यक्रम के दौरान सिर्फ रोटी लेने के बाद अपने परिजन से घर जाने की जिद करने लगी । इस बीच मोहल्ले का ही एक व्यक्ति बाइक से जा रहा था जो आरोपी था। जब परिजनों ने उसे पूछा कि घर तरफ जा रहे हो क्या? तो उसने कहा हां। तो फिर परिजनों ने भरोसा करके बच्ची को बाइक पर बैठा दिया और उन्हें घर छोड़ने कहा लेकिन आरोपी ने इस मौके का फायदा उठाया और शाम करीब 7:30 बजे के बाद वह बच्ची को घर छोड़ने के बजाय तालाब के पास खेत की ओर ले गया और जहां उससे हैवानियत की। पहले तो आरोपी ने बच्ची से जबरदस्ती करने की कोशिश की, जब बच्ची राजी नहीं हुई तो उसे पत्थर फेंक कर मारा। झापड़ और लाठी से भी मारा। फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची का उसने मुंह दबाया। इस घिनौनी कृत्य से बच्ची बेहोश हो गई। जिसे आरोपी मरा हुआ समझकर खेत में ही छोड़कर भाग गया। इधर जब करीब 1 घंटे बाद परिजन खाना खाकर घर लौटे और बच्ची घर में नहीं दिखी तो अन्य घर वालों से पूछताछ की गई। घरवालों ने कहा कि वह तो आप लोगों के साथ खाना खाने गई थी। अब तक आई नहीं है। फिर इधर परिजन परेशान हो गए और बच्ची को ढूंढने निकले। गली में वह युवक मिला जिसके भरोसे घर छोड़ने के लिए परिजनों ने बच्ची को बाइक में बैठाया था। युवक से पूछताछ की गई तो कहने लगा कि मैं तो उसे कब का पान ठेले के पास छोड़कर चला गया था। अब मुझे नहीं मालूम आगे क्या हुआ। परिजन परेशान हो गए और लगभग 2 घंटे तक बच्ची को ढूंढते रहे। रात करीब 10:30 बजे बच्ची जहां पर पड़ी हुई थी होश आने के बाद पैदल घर पहुंची तब मामले का खुलासा हुआ और आरोपी की सब करतूतों को बच्ची ने बताया। जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और आरोपी के घर आ धमके। तो वहीं बच्ची के कान नाक के पास से खून निकल रहा था, चेहरे पर सूजन हो गया था। जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने तत्काल रात 12:30 बजे बच्ची को जिला अस्पताल बालोद में भर्ती करवाया। वहीं पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।